रायबरेली, 24 जनवरी। रायबरेली महिला चिकित्सालय में आज एक और मामला आया है जिसमें जांच करने के नाम पर महिला से 800 रुपए वसूले गए। बताते चलें कि एक गर्भवती महिला जब खून की जांच कराने के लिए गयी तो उससे अस्पताल के एक रमाकांत नामक कर्मचारी ने जांच के लिए 800 रुपए ले लिये। सरकारी अस्पतालों में ऐसी जांचों को मुफ्त में कराने का प्रावधान है, लेकिन जिला अस्पताल से अक्सर ऐसी खबरों का आना प्रदेश सरकार के सुगम और सार्वभौमिक चिकित्सा व्यवस्था के प्रयासों को विपरीत दिशा में ले जाने वाला लगता है।
इस विषय पर जब पत्रकारों ने सीएमएस से बात की तो उन्होंने कहा कि “अस्पताल के आसपास दलाल घूमते रहते हैं। पता नहीं महिला ने हमारे यहाँ ओपीडी में दिखाया भी है या नहीं?” उन्होंने इस मामले को सही पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही करने की बात भी कही।
ऐसा प्रतीत होता है कि दलालों की मौजदगी व्यवस्था का स्थाई भाव बताई जाने लगी है। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि क्या उपलब्ध सुविधाओं का लाभ पाने के लिये जनता को स्वयं कड़े रवैये का प्रयोग करना होगा या औचक निरीक्षणों से इस पर कोई असर पड़ेगा?