पुनर्निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कल कहा कि ब्रिक्स समूह के देश डॉलर का विकल्प खोजने के प्रयास बंद कर दें, वरना उन्हें इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे । ब्रिक्स समूह की हालिया मीटिंग में डॉलर के विकल्प पर चर्चा की गयी थी। भारत, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के अलावा अब ब्रिक्स समूह में बहुत से अन्य देश भी जुड़ गए हैं। बहुध्रुवीय व्यवस्था का समर्थन करने वाले ब्रिक्स समूह के देश दुनिया के एक बड़े हिस्से का प्रनिधित्व करते हैं। जानकारों के मुताबिक यह ट्रम्प की अमेरीका को प्राथमिकता देने वाला कदम कहा जा सकता है, और वैसे भी अभी तक ब्रिक्स देशों की रणनीति महज चर्चा तक सीमित है। यदि ट्रम्प रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के प्रयास करते हैं और साथ ही ब्रिक्स देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने का काम करते हैं तो इस बयान का कोई खास मतलब नहीं रह जाएगा।