- बीडीओ ने कराई जांच तो हुआ खुलासा, ठेकेदार से हुई प्रधान की भिड़ंत
ऊंचाहार (रायबरेली)। आरोप है कि मनरेगा द्वारा खोदाई के लिए चयनित तालाब को ग्राम प्रधान ने गंगा एक्सप्रेस वे के ठेकेदार को खनन के लिए बेंच दिया। ठेकेदार ने पोकलैंड से खोदकर तालाब की मिट्टी भी निकाल लिया। सारे खेल का खुलासा जांच में हुआ है। उसके बाद ठेकेदार और प्रधान के बीच मारपीट भी हुई है। मामला रोहनिया विकास खंड के गांव सराय अख्तियार का है। गांव के भूमि संख्या 222 राजस्व अभिलेखों में तालाब दर्ज है। ग्राम पंचायत द्वारा इस तालाब को खोदने के लिए मनरेगा द्वारा चयनित किया गया था। जिसका स्टीमेट भी बन गया। इस बीच प्रधान ने निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे के ठेकेदार से खनन के लिए तालाब का सौदा कर डाला। ठेकेदार द्वारा पोकलैंड से तालाब को खोदा जाने लगा तो ग्रामीणों ने मामले की सूचना खंड विकास अधिकारी को दी। बीडीओ ने गांव जांच टीम भेजी तो पूरे खेल का खुलासा हुआ। टीम ने पूरी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी है। उधर इस खुलासे के बाद ठेकेदार और प्रधान में विवाद भी हो गया। ठेकेदार ओमराम ने मामले की शिकायत कोतवाली में की है। ठेकेदार का कहना है कि प्रधान ने तालाब को निजी बताकर सौदा किया था। जिसका अग्रिम भुगतान प्रधान को किया जा चुका है। सरकारी टीम ने जब तालाब खोदने से रोक दिया, उसके बाद प्रधान से पैसा वापस मांगा गया तो मेरे साथ मारपीट की गई है। फिलहाल मामले में पुलिस, राजस्व विभाग और विकास विभाग तीनों जांच कर रहे हैं।