एडीएम सिटी दिवाकर सिंह व एसपी सिटी पीयूष सिंह राकेश टिकैत से वार्ता करने पहुंचे हैं। राकेश टिकैत और अधिकारियों के बीच वार्ता जारी है। त्यागी समाज के अध्यक्ष व किसान नेता मांगेराम त्यागी ने कहा इसी कमिश्नरी चौराहे पर तीन महीने में मुझ पर 14 मुकदमे लगाए गए थे। जिस वजह से इन्हें खतौली चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। मांगेराम त्यागी ने कहा कि इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। कहा कि बिजली मीटर लगाकर सरकार किसानों को पीछे धकेलने का काम कर रही है। जो किसान की तरफ आंख उठाकर देखेगा, उसको उखाड़ फेंकेंगे। चौधरी राकेश टिकैत किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह व सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पहुंचे। किसान महापंचायत में खाप चौधरी और थांबेदार भी मौजूद हैं। वहीं टिकैत परिवार को बम से उड़ाने की धमकी को लेकर किसान नेताओं ने जिला प्रशासन व सरकार को चेतावनी दी। साथ ही एलान किया कि अगर इस परिवार को खिरोंच आई तो देश में कोहराम मच जाएगा। 20 मार्च को दिल्ली में होने वाली किसानों की महापंचायत के लिए युवा किसानों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया गया है। कमिश्नरी चौराहे पर किसानों का कब्जा, सभी रास्तों पर पुलिस ने की नाकाबंदी
भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत के आह्वान पर शुक्रवार को किसानों ने कमिश्नरी चौराहे पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसानों की महापंचायत में धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है। किसान रणसिंघा के साथ जोश बढ़ाते नजर आ रहे हैं, तो कुछ किसान ट्रैक्टर के बने बुलडोजर पर सवार होकर महापंचायत में पहुंचे। पुलिस ने कमिश्नरी चौराहे पर आने वाले सभी रास्तों पर नाकबंदी कर रखी है। किसानों को छोड़कर आम जनता के लिए रास्ते पूरी बंद कर रखे हैं। किसान बेसब्री से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत का मंच पर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं।
गौरव टिकैत बोले- 14 दिन में गन्ना भुगतान की बात नहीं हुई पूरी
भारतीय किसान यूनियन युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा कि 14 दिन में गन्ना भुगतान की बात कही गई, लेकिन किसानों को सिर्फ धोखा दिया गया। केंद्र व प्रदेश की सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी। सरकार किसानों के मामले में हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है। सरकार नलकूपों पर मीटर लगाकर किसानों का शोषण कर रही है। आवारा पशुओं को लेकर सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किए, आवारा पशु किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। बताया कि गन्ना मूल्य बढ़ाने, गन्ना बकाया भुगतान, आवारा पशु से निजता दिलाने व नलकूपों पर मीटर लगाने के विरोध में महापंचायत हो रही है। महापंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसान पहुंच चुके हैं। किसान नेता महापंचायत मंच से एलान कर रहे हैं कि पुलिस-प्रशासन किसानों के वाहनों को रोकने का काम कर रहा है, जबकि किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से महापंचायत में पहुंच रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि पुलिस-प्रशासन को चाहिए कि वह शांतिपूर्ण महापंचायत में पहुंचने वालों को किसी भी कीमत पर न रोका जाए।