विश्वकर्मा जयंती पर आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम, हुई पूजा-अर्चना
रायबरेली। कहा जाता है कि प्राचीन काल में जितनी राजधानियां थी, प्राय: सभी विश्वकर्मा की ही बनाई कही जाती हैं। यहा तक कि सतयुग का ‘स्वर्ग लोक’, त्रेता युग की ‘लंका’, द्वापर की ‘द्वारिका’ और कलयुग का ‘हस्तिनापुर’ आदि विश्वकर्मा द्वारा ही रचित हैं। ‘सुदामापुरी’ की तत्क्षण रचना के बारे में भी यह कहा जाता है कि उसके निर्माता विश्वकर्मा ही थे। इससे यह आशय लगाया जाता है कि धन-धान्य और सुख-समृद्धि की अभिलाषा रखने वाले पुरुषों को बाबा विश्वकर्मा की पूजा करना आवश्यक और मंगलदायी है। जिले भर में भगवान विश्वकर्मा की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी। पूरे जिले में विश्वकर्मा जयन्ती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्कूल त्रिपुलाए में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती श्रद्धाभाव के साथ मनाई गई। विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक डा. शशिकांत शर्मा व सहप्रबंधिका डॉ. रश्मि शर्मा ने भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पूजन-अर्चन किया और विद्यालय के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए विद्यालय के सभी शिक्षकों से समाज के नवनिर्माण में सहयोग करने की अपेक्षा की। छात्रा कशिश रावत, प्रियांशी सिंह, आयुषी, जिकरा, आरती आदि ने गीत के माध्यम से भगवान विश्वकर्मा की वंदना की। इस अवसर पर प्रधानाचार्य शिवलखन प्रजापति एवं राजीव सिंह, उप प्रधानाचार्य मो. फैजान खान, रजनी श्रीवास्तव, संचिता त्रिवेदी, सीएस दास मिश्रा, कल्पना बाजपेयी, राकेश अवस्थी, भूपेन्द्र शुक्ला, स्वप्निल शुक्ला, वेद प्रकाश मिश्र आदि उपस्थित रहे। महराजगंज में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के एक्स-रे विभाग में विश्वकर्मा पूजा धूमधाम से हुई। सीएचसी अधीक्षक डॉ. राधाकृष्णा व एक्स-रे टेक्निशियन विष्णु श्रीवास्तव ने विश्कर्मा भगवान की पूजा की। इस दौरान डॉ एके भारद्वाज, आशीष सिन्हा, अखिलेश्वर श्रीवास्तव, राजदीप, अनिल श्रीवास्तव, बृजेश यादव, रुपाली सहित समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का स्टाफ मौजूद रहा।