महराजगंज (रायबरेली)। रायबरेली में 700 किलो वजन की अद्भुुत हनुमान गदा गुजरात से बनकर आ गई है। 22 फीट लंबी गदा को बनाने में तकरीबन 18 करीगरों की टीम 45 दिन लगातार जुटी रही। रायबरेली के महराजगंज विकासखंड क्षेत्र की टीसा खानापुर के गांव गजनीपुर के बजरंगबली भक्त के ऑर्डर पर गदा को गुजरात के इंजीनियरों ने तैयार किया है। इस गदा को शनिवार को ट्रक द्वारा रायबरेली के गांव गजनीपुर स्थित कष्टभंजन देव धाम लाया गया है, जहां श्री हनुमान भक्त रामकुमार यादव द्वारा बनवाए गए श्री हनुमान जी महाराज के मंदिर के गेट पर दो सिल्वर कलर के बड़े कलश के साथ स्थापित किया जाएगा। आपको बता दें कि, महराजगंज विकासखंड क्षेत्र के गजनीपुर गांव के हनुमान जी महाराज के भक्त रामकुमार यादव ने गांव में ही कष्टभंजन हनुमान जी महाराज की एक विशाल मूर्ति बनवाकर मंदिर स्थापित किया है। मंदिर तैयार होने के बाद इसके मुख्य द्वार पर दो बड़े कलश के साथ एक अद्भुत गदा स्थापित करने की उनके मन में इच्छा प्रबल हुई, तो उन्होंने कलश के साथ विशाल गदा बनवाने की इच्छा जताई। बताते हैं कि गुजरात जाकर करीगरों से अपनी इच्छा जाहिर की। इसके बाद कारीगरों ने उनकी मंशा समझकर गदा बनाने की हामी भर ली, और 45 दिन में 18 कारीगरों के कड़े परिश्रम के बाद दो कलशों के साथ अद्भुत गदा बनाकर तैयार हुई। गदा का वजन सात कुंतल तथा लंबाई 22 फीट बताई गई है, जिसे गजनीपुर गांव के कष्टभंजन धाम के मुख्य द्वार पर स्थापित किया जाएगा। हनुमान जी महाराज के इस भव्य मंदिर को फूल पत्तियों से सजाया गया है। आज रविवार को विशाल भंडारा व शाम की बेला में जागरण पार्टी कार्यक्रम के बाद पंडितों द्वारा हवन पूजन अनुष्ठान के बाद हनुमान मंदिर के मुख्य द्वार पर गदा को स्थापित किया जाएगा। गदा की सुंदरता बढ़ाने के लिए करीगरों ने इस पर सिल्वर कलर से रंग रोगन किया गया है। गदा को देखने के लिए लोग उमड़ रहे हैं।