नई दिल्ली, 15 दिसंबर। साहित्य कला और संस्कृति को समर्पित सविता चड्ढा जन सेवा समिति ने आज दिल्ली में हिंदी भवन के सभागार में शिल्पी चड्ढा स्मृति सम्मान का आयोजन किया । इस आयोजन के मुख्य अतिथि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा और विशिष्ट अतिथि श्री इंद्रजीत शर्मा रहे। वर्ष 2024 का हीरो में हीरा सम्मान अध्यात्मगुरु, दार्शनिक, चिंतक, विचारक प्रेममयी गुरु मां को दिया गया। साहित्यकार सम्मान बनारस के डॉक्टर राघवेंद्र नारायण सिंह को दिया और गीतकार सम्मान बेंगलुरु की श्रीमती प्रीति राही को दिया गया । शिल्पी चड्ढा स्मृति सम्मान जो की प्रत्येक वर्ष साहित्याकार सविता चड्ढा जी अपनी बेटी शिल्पी चड्ढा की याद में देती हैं ,इस वर्ष भोपाल की डॉक्टर लता अग्रवाल तुलजा जी को दिया गया उनकी पुस्तक अनमोल सितारा के लिए। इस सम्मान के अंतर्गत प्रतीक चिन्ह, प्रमाणपत्र, शॉल, माला आदि के साथ 5100 की राशि भी डॉक्टर तुलजा को प्रदान की और। इस अवसर पर चुनी गई 12 पुस्तकों के लेखकों को भी सम्मानित किया गया। इन लेखनों के नाम इस प्रकार हैं:
1. नाज़रीन अंसारी
2.डॉ विनय सिंघल
3.श्रीमती संतोष बंसल
4.डॉ. राम अवतार शर्मा आलोक
5. श्रीमती नीतू सिंह राय
6.श्रीमती शकुंतला मित्तल
7. श्रीमती उमंग सरीन
8.डॉ.ममता झा रुद्रांशी
9.श्रीमती पूनम सिन्हा
10.श्रीमती सीमा गर्ग
11.श्री राजीव शर्मा
12.मीना परिहार
इस अवसर पर डॉक्टर सविता चड्ढा द्वारा संपादित स्मारिका ” मैं और शिल्पी” का लोकार्पण भी किया गया और उनके नवीनतम काव्य संग्रह है “उसको ढूंढ लिया है मैंने “का लोकार्पण भी किया गया।
इस अवसर पर जापान से पधारी रमा शर्मा का अभिनन्दन, स्वागत किया गया, साथ ही इंग्लैंड से पधारी दिव्या माथुर और जय वर्मा जी का स्वागत भी सविता चड्ढा की समिति की ओर से किया गया। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर ज्योति स्वरूप और और साहित्याकर डॉ विवेक गौतम का विशेष सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री सुरेंद्र शर्मा ने सविता चड्ढा जन सेवा समिति के इस प्रयास की भरपूर सराहना की। श्री इंद्रजीत शर्मा ने कहा कि ये सम्मान किसी बड़े सम्मान से कम नहीं है। विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में रहे डॉ ओमप्रकाश प्रजापति भी, डॉक्टर शंभू पवार ,डॉ सुधा शर्मा, पुष्पा सिन्हा और सुमन मोहिनी सलोनी। खचाखच भरे इस सभागार में दिल्ली ,गुड़गांव,नॉएडा, बनारस, बेंगलुरु, भोपाल ,मद्रास और विदेश से कई साहित्याकर उपस्थित थे।