प्रयागराज, 11 दिसंबर। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता चार्ली प्रकाश के अनुसार- न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव द्वारा दिये गये भाषण के विरुद्ध माननीय मुख्य न्यायमूर्ति, इलाहाबाद हाइकोर्ट के समक्ष ईमेल के माध्यम अधिवक्ताओं द्वारा खुला शिकायती पत्र भेजा गया है।
दिनांक 8.12.2024 को माननीय उच्च न्यायालय के गाउन हाल (लाइब्रेरी) में विश्व हिंदू परिषद (विधि प्रकोष्ठ) के काशी प्रांत एवं उच्च न्यायालय इलाहाबाद इकाई के आयोजित कार्यशाला में वक्ता के रूप में संबोधन करते हुए उन्होंने कई विवादास्पद व्यक्तव्य देते हुये उसके साथ यह भी कहा कि “यह देश अब बहुसंख्यकों की इच्छाओं से चलेगा” जिनका वीडियो रिकॉर्ड बतौर सबूत के रूप में इलेक्ट्रॉनिक चैनल एवं सोशल मीडिया पर उपलब्ध है।
अधिवक्ता चार्ली प्रकाश ने यह भी कहा कि न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव का व्यक्तत्व भारतीय संविधान एवं संवैधानिक मूल्यों में अविश्वास प्रकट करने की सार्वजनिक घोषणा है, जो की संविधान की शपथ का साशय खुला उल्लंघन है। न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के व्यक्तत्व से स्पष्ट है कि वो निष्पक्ष हो कर न्यायिक कार्य को जारी नही रख सकते और नागरिकों के मौलिक अधिकारों का इनके द्वारा हनन होगा, इनकी सोच संविधान के मूल्यों के विपरीत है
अधिवक्ताओं ने मुख्य न्यायमूर्ति से आग्रह किया है कि न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव द्वारा दिये गये व्यक्तव्य पर तत्काल संज्ञान लेते हुये इनके समस्त न्यायिक कार्यों को वापस लेते हुए वैधानिक कार्यवाही की जाये।
द्वारा
के के राय
चार्ली प्रकाश