कल NDTV वर्ल्ड समिट में बोलते हुए, भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि – “…यदि आप आजादी के बाद रूस के साथ हमारे इतिहास को देखें, तो मैं कह सकता हूं कि रूस ने कभी भी हमारे हितों पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाला कोई काम नहीं किया है। ऐसे बहुत से देश नहीं हैं जिनके बारे में आप यह कह सकें,” विदेश मंत्री ने कहा।”
“मुझे लगता है कि रूस का पश्चिम के साथ संबंध स्पष्ट रूप से खराब हो गए हैं।” आगे जयशंकर ने इस बात पर बल देते हुए कि रूस अब एशिया की ओर रुख कर रहा है सवाल पूछा कि “क्या हमें वह नहीं करना चाहिए, जो राष्ट्र हित में हमारे लिए अच्छा है? ”
बताते चलें कि भारत-रूस की मित्रता समय के उतार-चढ़ावों के बावजूद एक जैसी रही है। प्रधानमन्त्री मोदी इस वर्ष जुलाई में मॉस्को की यात्रा कर चुके हैं और आज से शुरू हो रहे ब्रिक्स समूह की बैठक में भाग लेने के लिए वापस रूस जा रहे हैं। ब्रिक्स की इस मीटिंग में कई नए सदस्यों के साथ उन देशों को भी आमंत्रित किया गया है, जो इस समूह का हिस्सा बनना चाहते हैं।