इजराइल और हमास ने गाजा में शत्रुता समाप्त करने तथा इजरायली बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में देने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता किया है। यह सफलता मिस्र और कतर के मध्यस्थों द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन से महीनों तक गहन वार्ता के बाद मिली है। 20 जनवरी को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से ठीक पहले होने के कारण यह समझौता और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विनाशकारी रहा है, इस संघर्ष की शुरुआत हमास द्वारा इजराइल पर हमला कर करीब 250 इजराइली नागरिको को बंधक बना लेने के बाद हुई, जिसके बाद इजराइल ने गाज़ा पर आक्रमण कर दिया। कुल तक़रीबन पचास हज़ार लोगों की मृत्यु हुई है और लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं।
इस समझौते को मध्य पूर्व में 15 महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने शीघ्र समाधान की अपनी इच्छा के बारे में मुखर रूप से कहा था, तथा बंधकों को रिहा न किए जाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।