रायबरेली, 16 जनवरी। रायबरेली के अस्पताल चौराहे की कहानी निराली है। सुबह, दोपहर, शाम यहाँ से निकलने पर कोई-न-कोई ऐसी कहानी सुनने को मिल जाती है जो सुनने वालों को तनाव या विस्मय में ला देती है। मसलन, अभी कुछ दिन पहले दो अधेड़ अपने परिवार की एक वृद्ध महिला को जिला अस्पताल में भर्ती करवाने लाये थे। महिला को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत थी। कुछ जांच-वांच के बाद परिजनों को एक छोटी पर्ची में बाहर से एक इंजेक्शन लाने के लिए निर्देश दिया गया, जिसकी कीमत करीब साढ़े सात सौ रुपए थी। सुबह होते-होते उन्हें यह बताया गया कि वह महिला हाई बीपी यानी उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। परिजनों ने पर्ची तो नहीं दिखाई, लेकिन कहानी सुनाते हुए यह जरूर कह गए कि अब घर का कोई बीमार होगा तो पैसे थोड़ी न देखेंगे। एक-आध दवा व्यवसाइयों का नाम भी सामने आ रहा है। इस पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया लेने का प्रयास नहीं किया गया है। इसलिए आप इसे एक कहानी मानकर पढ़ सकते हैं।