रायबरेली,5 नवंबर। रायबरेली के सांसद राहुल गाँधी का एक दिवसीय दौरा उपस्थित जनप्रतिनिधियों और आधिकारियों के साथ शहर की विकास परियोजनाओं पर चर्चा के इर्द-गिर्द ही बीता। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति “दिशा” की बैठक (एक तरह की प्लानिंग एंड इवैल्यूएशन मीटिंग) में राहुल गाँधी के अलावा अमेठी के सांसद के एल शर्मा, मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, सदर विधायिका अदिति सिंह, ऊंचाहार के विधायक मनोज कुमार पांडेय, नगरपालिका अध्यक्ष शत्रुहन सोनकर, जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह के अलावा बहुत से अधिकारी -कर्मचारी मौजूद रहे। जनता और शहर के विकास के कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनका सार शहर के तीन जनप्रतिनिधियों के वक्तव्यों से समझा जा सकता है।
ऊंचाहार के विधायक मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि “भारत सरकार की जो योजनाएं जनपद में कार्यरत हैं, मुख्य रूप से उन्ही पर चर्चा होती है। उसमें चाहे NHAI द्वारा निर्मित की जा रही सड़कें हों, चाहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हो, चाहे स्वास्थ्य से सम्बंधित चीजें हों, चाहे भारत सरकार और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जल मिशन योजना हो इन पर चर्चाएं हुईं।” इस बैठक के माध्यम से मनोज पांडेय में प्रधानमंत्री मोदी को अपना धन्यवाद् भी सौंपा। जनता से जुड़े मुद्दों जैसे जिला पंचायत से पूर्व में बनवाई गयी सड़कों की रिपेयरिंग नहीं की गयी- इसपर बात उठाई गयी। इसके अलावा सरकार द्वारा गरीबों तक सिलेंडर पहुँचाने के लिए भी धन्यवाद दिया गया। पत्रकारों से उन्होंने कहा कि AIIMS में बाहर की दवाएं लिखी जा रही हैं और अंदर दवा नहीं मिलती। जब जनप्रतिनिधि फोन करते हैं तो उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती बल्कि बिचौलियों के द्वारा लोग भर्ती किये जा रहे हैं। इस पर हमने आपत्ति भी दर्ज की। वहीँ रायबरेली-प्रयागराज मार्ग पर एक जांच के लिए भी मैंने बात रखी क्योंकि इसमें सरकार के पैसे का अपव्यय हुआ है। राहुल गाँधी के सवाल पर मनोज पांडेय ने मुस्कराते हुए कहा कि सांसद निधि का पैसा जल्दी/खटाखट खर्च करना चाहिए।
वहीँ सदर विधायिका अदिति सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बैठक सकारात्मक मुद्दों पर हुई। रायबरेली के जनहित के विकास के मुद्दों को उठाया गया था। AIIMS पर किये गए सवाल के जवाब में सदर विधायिका ने कहा कि एक जांच की बात भी की गयी है। AIIMS का मुद्दा, नकली दवाइयों का, फ़र्ज़ी दवाइयों का और जो दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं – इन सब मुद्दों पर चर्चा हुई। NHAI की कुछ सड़कों पर मुंशीगंज, देवंदापुर जैसी जगहों पर किसानों को मुआवजा नहीं मिला है , इस पर बात उठाई गयी है। सड़क के रिपेयरिंग के लिए भी चर्चा की गयी है।
प्रदेश सरकार में वर्तमान में मंत्री और भाजपा से राहुल गाँधी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके दिनेश प्रताप सिंह ने इस बैठक के बाद अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा कि “भारत सरकार के द्वारा जनपद रायबरेली की सीमा में जो भी योजनाएं और परियोजनाएं स्थापित और संचालित हैं उनका अनुश्रवण मा० समिति ने किया इस दौरान जो विषय प्रकाश में आए उससे यह सत्यापित हुआ कि रायबरेली जनपद वासियों की सेवा तो असल में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ही कर रहे है।” इसके बाद उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किये गए कई विकास कार्यों जैसे कि गाँव-गाँव पानी की टंकी लगाना, जनपद और जनपद को जोड़ने वाली सड़कों के निर्माण आदि के बारे में ब्यौरा दिया। दिनेश प्रताप सिंह ने पिछले छह महोने में राहुल गाँधी द्वारा शहर में केवल आठ-नौ घंटे रुकने को लेकर पोस्टर वॉर भी किया और कहा कि इस हिसाब से राहुल गाँधी 5 साल में केवल 50 घंटे ही शहर में रुकेंगे। उन्होंने रायबरेली के नए सांसद राहुल गाँधी को रायबरेली में रात बिताने की बात भी कही। रायबरेली में पूर्व सांसद सोनिया गाँधी और वर्तमान सांसद राहुल गाँधी द्वारा एक आदर्श ग्राम न चुने जाने के मुद्दे को भी दिनेश सिंह ने उठाया।
राजनीति में प्रतिद्वंदियों का एक साथ बैठकर जनता से सम्बंधित मुद्दों पर चर्चा करना लोकतंत्र का एक गुण है, जरूरत इस बात की है कि यह सब केवल चर्चाओं तक सीमित न रह जाये। रायबरेली में अभी जनता के बहुत सारे मुद्दों पर काम किए जाने की जरूरत है। योजनाओं के क्रियान्वयन और सतत मूल्यांकन से लोकतंत्र को मजबूती मिलती है, जिसके लिए जनप्रतिनिधियों और सरकारी महकमे को साथ मिलकर लगातार काम करना पड़ेगा।
नोट- सड़क, पानी, जलनिकासी, साफ-सफाई, स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जनता की बात आने वाले लेखों में जारी रहेगी।