लखनऊ, 18 दिसंबर। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कल यानी गुरुवार 19 दिसंबर को एम् ट्रस्ट व शिवी डेवलपमेंट सोसाइटी के तत्वाधान में एक राज्य-स्तरीय चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय न्याय संहिता, 2023 के महिलाओं के लिए दिए गए प्रावधानों पर समाज के लिए कार्य करने वाले और कई अधिवक्ता अपनी बात रखेंगे। कार्यक्रम का आयोजन होटल वैभव इन, गोमती नगर, लखनऊ में सुबह दस बजे से होगा। मुख्य वक्ताओं में एम् ट्रस्ट के प्रमुख और जाने-माने समाजसेवी संजय राय, शिवी डेवलपमेंट सोसाइटी के नरेंद्र कुमार, एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी, उच्च न्यायालय की अधिवक्ता नंदिनी वर्मा, बच्चियों के अधिकारों पर काम करने वाली प्रज्ञा गुप्ता, अमलतास के अजय शर्मा, महिला आयोग की सदस्य नीलम प्रभात, नाज़ फात्मा, और उच्च न्यायालय में अधिवक्ता जय प्रकाश उपस्थित रहेंगे।
एम ट्रस्ट के संजय राय ने बताया कि इस परिचर्चा का प्रमुख उद्देश्य प्रतिभागियों को भारतीय न्याय संहिता के बारे में एक सामान्य जानकारी उपलब्ध कराना, महिलाओं से संबंधित धाराओं पर चर्चा और उनका विश्लेषण करना, तथा कानूनी परिवर्तनों के बारे में एक विमर्श शुरू करना है। इस बैठक में भारतीय न्याय संहिता और महिलाओं के लिए इसके निहितार्थों, नए कानूनी ढांचे द्वारा पेश की जाने वाली संभावनाओं पर एक अवलोकन और चर्चा प्रस्तुति शामिल होगी, उदाहरण के लिए, इसने सामुदायिक सेवा की अवधारणा को कैसे लाभ पहुँचाया या आतंकवाद, शरीर के खिलाफ अपराध, भीड़ द्वारा हत्या, संगठित अपराध जैसी चुनौतियों का जवाब कैसे दिया, साथ ही कानूनी सुरक्षा और सशक्तीकरण के ढांचे के भीतर महिलाओं के अधिकारों और लैंगिक न्याय के लिए कौन से प्रावधान हैं। कानूनी नींव में इन परिवर्तनों के साथ, यह पूछना प्रासंगिक है कि क्या नया ढांचा महिलाओं की सुरक्षा, हिंसा से सुरक्षा और न्याय जैसे चिंता के मामलों में पर्याप्त सुधार लाता है।
समाज में जहाँ महिलाओं को शिक्षा और रोजगार के बढ़ते अवसरों के बाद भी दोयम दर्जे का माना जाता है, इस तरह के सकारात्मक और उपयोगी चर्चाओं द्वारा संवेदनशीलता और जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों का लगातार जारी रहना जरुरी है।