कोतवाल संजय त्यागी ने किया ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, आरोपी रिगफ्तार
मना करने के बाद भी आरोपी के घर व ससुराल आता-जाता था मृतक अमितसलोन (रायबरेली)। जिले में सर्किल की पहली पोस्टिंग पर तैनात हुए क्षेत्राधिकारी अमित सिंह के कुशल पर्यवेक्षण में कोतवाल संजय त्यागी ने एक ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए आरोपी को आलाकत्ल के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए हत्यारोपी ने स्वीकार किया कि उसने यह हत्या मृतक और अपनी पत्नी के बीच अवैध संबंधों के शक में की थी। सीओ अमित सिंह ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी। गौरतलब है कि बीते नौ जून को सलोन कोतवाली क्षेत्र के कोडरी के जंगल में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त अमित यादव पुत्र रतीपाल निवासी अजरहा मजरे बेलाभेला थाना भदोखर के रूप में कराई थी। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू की तो पता चला कि मृतक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में सहायक का काम करता था। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला मृतक भदोखर थाना क्षेत्र के पूरे पंचम सिंह मजरे बेला खारा निवासी चंद्रभान पुत्र माता प्रसाद के साथ वीडियो और फोटोग्राफी का काम करता था, और अक्सर उसके घर आता जाता था। कोतवाल संजय त्यागी ने हत्यारोपी को भनक नहीं लगने दी कि पुलिस उसके पीछे है, और स्वयं पूरे मामले की तह तक पहुंच गए। जब शक सबूत में बदला तो संजय त्यागी ने चंद्रभान को उठा लिया। कोतवाली लाकर पूछतांछ शुरू हुई और सबूत सामने रखे गए तो चंद्रभान टूट गया और उसने इस हत्याकांड की कहानी बता दी। चंद्रभान ने बताया कि मृतक अमित यादव उसके साथ काम करता था लेकिन काफी समय से उसका व्यवहार बदल गया था। छह महीने पूर्व ही चंद्रभान की शादी प्रतापगढ़ जनपद में संग्रामगढ़ थाने के नरई गांव में हुई थी। अमित, चंद्र्रभान के ना रहने पर भी उसके घर आता जाता था। इसका मैने कई बार इसका विरोध किया और उसे सख्त हिदायत दी कि वह मेरी अनुपस्थिति में घर ना आए किन्तु अमित का रवैया नहीं बदला और वह चंद्रभान की ससुराल भी आने-जाने लगा। चंद्रभान को लगा कि उसकी पत्नी और अमित के बीच अवैध संबंध हैं। बस इसी शक ने उसे हत्यारा बना दिया। आठ जून को चंद्रभान, अमित को अपने साथ ससुराल ले जाने के लिए बाइक पर बैठाकर प्रतापगढ़ की ओर रवाना हुआ। हत्या की योजना बना चुके चंद्रभान ने रास्ते में अमित से बाइक चलाने के लिए कहा। जैसे ही गाड़ी चलाना शुरु किया पीछे बैठे चंद्रभान ने बांके से उसके गले पर वार कर दिया। पहचान मिटाने के लिए चंद्रभान ने गुस्से में उसके चेहरे पर कई वार किए। अमित का मोबाइल और अपने खून से सने कपड़े भी चंद्र्रभान ने बंदा तिराहे पर बकुलाही नदी में फेंक दिया। क्षेत्राधिकारी अमित सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी देकर खुलासा करने वाली टीम की सराहना की। मृतक के पास आलाकत्ल बांका, पल्सर बाइक और एक मोबाइल बरामद हुआ है। इस गुडवर्क में कोतवाल संजय त्यागी के अलावां उपनिरीक्षक संजय पाठक, जीशान शाहिद, हेड कांस्टेबल मृत्युंजय पांडे, चंद्रभूषण तिवारी, कांस्टेबल अंशुल कौशिक और मो. आरिफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।