परिवार नियोजन परामर्श दिवस के रूप में मनाया विश्व जनसंख्या दिवस
रायबरेली। विश्व जनसंख्या दिवस परिवार नियोजन परामर्श दिवस के रूप में मनाया गया। इसी क्रम में जिला महिला चिकित्सालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष पूर्णिमा श्रीवास्तव ने करते हुए कहा कि परिवार की खुशहाली, शिक्षा, स्वास्थ्य और तरक्की तभी संभव है, जब परिवार सीमित होगा। विकास के उपलब्ध संसाधनों का समुचित वितरण व बढ़ती जनसंख्या दर के बीच संतुलन कायम करने के उद्देश्य से सबसे अधिक जरूरत जनसंख्या स्थिरीकरण की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि परिवार को सीमित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास बास्केट ऑफ च्वाइस का विकल्प मौजूद है, जिसमें स्थायी और अस्थायी साधनों को शामिल किया गया है। अस्थाई साधनों में से अपनी पसंद का साधन चुनकर शादी के दो साल बाद ही बच्चे के जन्म की योजना बना सकते हैं। दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर भी रख सकते हैं। दो बच्चों के जन्म में पर्याप्त अंतर रखना मां और बच्चे दोनों की बेहतर सेहत के लिए बहुत जरूरी है। जब परिवार पूरा हो जाए तो स्थायी साधन के रूप में नसबंदी का विकल्प चुन सकते हैं। परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी ने डा. एके चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रमों में पुरुषों की सहभागिता को बढ़ाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। समुदाय में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता के लिए फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं के माध्यम से दो चरणों में परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके पहले चरण में 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पति सम्पर्क पखवाड़ा मनाया गया, जिसके तहत लक्षित दम्पति को चिन्हित कर परिवार नियोजन साधनों को अपनाने के प्रति प्रेरित किया गया। अगले चरण जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की शुरुआत आज से हो रही है इसके तहत लक्षित दंपति को सेवा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के बारे में किशोर-किशोरियों को भी जागरूक करने की जरूरत है ताकि भविष्य में वह सही समय पर सही कदम उठाने के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकें। इस मौके पर जिला महिला चिकित्सालय की सीएमएस डा. रेनू चौधरी, पुरुष चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. महेंद्र मौर्य, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना, अनिल व अंजली, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक आरपी सिंह, जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक बृजेन्द्र शुक्ला, फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर हिमांशु श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश तकनीकी सहायक इकाई के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ कमलेश उपस्थित रहे।