मॉस्को, 17 दिसंबर। मिल रही ख़बरों के मुताबिक रूसी जांच समिति ने रूसी सशस्त्र बलों के रेडियोलॉजिकल, रासायनिक और जैविक रक्षा के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव और उनके सहायक की हत्या के मामले में आपराधिक मामला खोला है।
17 दिसंबर की सुबह, मॉस्को के रियाज़ान्स्की प्रॉस्पेक्ट पर एक इम्प्रोवाइज़ एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) में विस्फोट हुआ। IED को दक्षिण-पूर्व मास्को में एक आवासीय इमारत के प्रवेश द्वार पर स्थित एक इलेक्ट्रिक स्कूटर पर लगाया गया था। विस्फोट के परिणामस्वरूप इगोर किरिलोव और उनके सहायक की मौत हो गई। बम निरोधक दस्ते के फोरेंसिक विशेषज्ञ और जांचकर्ता अपराध की सभी परिस्थितियों का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर काम कर रहे हैं।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि जनरल किरिलोव ने “एंग्लो-सैक्सन और नाटो के उकसावे के जघन्य अपराधों को व्यवस्थित और निडरता से उजागर किया था।”
रूस के संसद के ऊपरी सदन के उपाध्यक्ष कोंस्टेंटिन कोसाचेव ने कहा कि किरिलोव की हत्या की सज़ा नहीं बख्शी जाएगी। “यह एक सदमा है। एक अपूरणीय क्षति। अमर स्मृति। पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना। हत्यारों को सज़ा दी जाएगी – बिना किसी संदेह और बिना किसी दया के,” कोसाचेव ने टेलीग्राम पर लिखा।
(Telegram पर उपलब्ध जानकारी पर आधारित)