रायबरेली, 5 दिसंबर। जनपद के पत्रकारों की अग्रिम पंक्ति में शामिल रोहित मिश्रा ने एक दवा व्यवसायी को लेकर एक खबर चलायी थी। इस पर दवा व्यवसायी ने पत्रकार पर गंभीर आरोप लगा दिए। कल रायबरेली में हुई पत्रकार संघ की बैठक के बाद इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिए जनपद के लगभग सभी पत्रकारों ने अपनी बात रखी, नाराजगी जताई और जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से कार्यवाही की मांग की। वहीँ आज डलमऊ के पत्रकार संघ ने उपजिलाधिकारी अभिषेक कुमार वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस घटनाक्रम की जांच की मांग की है। पत्रकारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि वायरल वीडियो की तकनीकी जांच करके सही कार्यवाही की जाए।
वैसे पत्रकार /कलमकारों पर शिकंजा कसने और दबाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। संदेशवाहक को ही शत्रु मान लिए जाने का प्रक्रम अरसे से चला आ रहा है। हरियाणवी मित्र इस बात पर कहते हैं कि अगर घोड़े घास से दोस्ती कर लेंगे तो खाएंगे क्या? बहरहाल, मुद्दे की गंभीरता, समाज में फैले झूठे मुकदमों के दांव-पेंच और प्रशासन के लचरता के बीच सभी पत्रकार इस और इस जैसे अन्य मामलों में सही जांच, सटीक कार्यवाही और भयमुक्त कार्य कर सकने के माहौल की उम्मीद रखते हैं।