शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि शुक्र ग्रह पर जीवन सम्भव नहीं है। कुछ वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि शुक्र के वायुमंडल की ऊपरी परतों में जीवन मौजूद हो सकता है, जो समशीतोष्ण और अम्लीय हैं। लेकिन शुक्र पर ऑक्सीजन की सांद्रता बहुत कम है, और सतह का तापमान मनुष्यों के साँस लेने के लिए बहुत अधिक है। शुक्र की सतह का तापमान लगभग 1,000°F (500°C) है, जो सीसा पिघलाने के लिए पर्याप्त है।
शुक्र का वायुमंडल सल्फ्यूरिक एसिड बादलों से बना है और इसका वायु दाब पृथ्वी के 90 गुना से अधिक है।
शुक्र पर पानी का कोई सबूत नहीं है। शोध से पता चलता है कि शुक्र शुरुआत से ही गर्म था और इसमें कभी भी तरल पानी के अस्तित्व के लिए परिस्थितियाँ नहीं थीं।
शोध से यह भी पता चला है कि शुक्र का आंतरिक भाग शुष्क है, जो इस विचार के अनुरूप है कि ग्रह एक प्रारंभिक युग के बाद सूख गया था।