रायबरेली, 4 दिसंबर। रायबरेली के सबसे पुराने मोहल्लों में से एक सत्यनगर की किराना और सामान की दुकानों के आसपास अक्सर नशेबाज और छुटभैये इकठ्ठा हो जाते हैं। गलियों में टेढ़ी- मेढ़ी तरह से मोटरसाइकिलें/ दोपहिया खड़ी कर देना, बेहूदी टीका-टिप्पणी करना और अपने जीवन की निराशा को अपशब्दों में कहते रहना इनकी प्रवृत्ति है। इनमें से कई पर आपराधिक मुक़दमे भी चल रहे हैं। निवासी अपने को बचाकर आते-जाते हैं। पुलिस यहाँ तभी आती है, जब कोई घटना हो जाए, वर्ना यहाँ पुलिस दिन या रात में कभी भी गश्त लगाना जरूरी नहीं समझती है।
प्रतीकात्मक फोटो