राणा बेनी माधव सिंह जिला चिकित्सालय का महिला एवं शिशु वार्ड अस्पताल चौराहे से डीएम बंगले वाले चौराहे को जोड़ने वाली सड़क पर इमरजेंसी वार्ड के गेट के पास बना है। यह तुलनात्मक रूप से नया निर्माण है। कई मंजिला इमारत है। नई है, और निश्चय ही बहुत से परिवारों में नौनिहालों की जन्मस्थली भी है। यहाँ तक सब ठीक है, लेकिन इमारत एकदम सड़क पर खुलती है और आने-जाने वालों की गाड़ियां वहीँ गेट के आसपास खड़ी होतीं हैं। अब चूँकि यह अस्पताल है तो एम्बुलेंस का आनाजाना स्वाभाविक है, फिर शहर के अंदर प्रवेश करने के लिए लोग चार पहिया वाहन भी लेकर आते हैं। सामने बनी दुकानों पर भी कुछ गाड़ियां खड़ी होती ही हैं। जब एम्बुलेंस खड़ी हो और दोनों तरफ से चार पहिया वाहन आ रहे हों, वहाँ की स्थिति क्या होती है, यह आप देखते ही होंगे। अभी यह स्थिति है तो भविष्य में क्या होगा, उसके लिए जनता थोड़ा सर खुजा ले तो बेहतर है। इसलिए यह सवाल कि क्या पहले तल या बेसमेंट बनाकर पार्किंग की व्यवस्था करना अभी अपने शहर के लिए अकल्पनीय बात ही है? या, बिना किसी दूरदर्शिता के ऐसे ही बेढब बना दिया गया है यह वार्ड?
फोटो शाम को ली गई थी। पाठक खुद की खींची हुई तस्वीर भेज सकते हैं, उनके नाम के साथ प्रकाशित कर दी जाएगी।