रायबरेली। हर साल की तरह शिवगढ़, बैतीं, देहली, भवानीगढ़, असहन जगतपुर, गुमावां,ओसाह,शिवली सहित समूचे क्षेत्र में सुहागनों ने सोलह श्रृंगार कर पति की लम्बी उम्र के लिए निर्जला करवा चौथ का व्रत रखा। रात में चन्द्र उदय होने पर सुहागिनों ने विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना कर पति की लम्बी आयु की कामना करते हुए पति के हाथों जल ग्रहण कर व्रत पूरा किया।
करवा चौथ के पावन अवसर पर सुहागन स्त्रियों ने जीवनसाथी की लम्बी आयु और सुखमय जीवन की कामना की। रात्रि में चंद्र दर्शन के बाद सुहागिनों ने अपने पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत पूरा किया। शिवगढ़ कस्बा स्थित परशुराम भवन में उर्मिला देवी ने पति अंजनी दीक्षित, समाजसेविका सविता दीक्षित ने पति राज दीक्षित के हाथों जल ग्रहण कर व्रत पूरा किया। जिनका कहना है सुहागिनों को करवा चौथ का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस दिन स्नानादि के बाद चौथ माता की पूजा कर करवा चौथ के व्रत का संकल्प लिया जाता है।
वहीं लक्ष्मनपुर मजरे असहन जगतपुर की रहने वाली रचना रावत ने बताया कि अखण्ड सौभाग्य के लिए करवा चौथ का निर्जला निर्जला व्रत रखा जाता है। पूजा के लिए सुहागिनें 16 श्रृंगार करती हैं।, फिर पूजा के मुहूर्त में चौथ माता मां गौरी और गणेश जी की विधि विधान से पूजा की जाती हैं। पूजा के समय गंगाजल, नैवेद्य, धूप-दीप, अक्षत्, रोली, फूल, पंचामृत आदि अर्पित करते हैं जिन्हे बड़ी सिद्दत के साथ श्रद्धाभाव से भोग लगाते हैं।
रात में चंद्रमा के उदय होने पर अर्घ्य देते हैं, फिर छलनी के अन्दर एक दीपक रखकर उससे पहले चंद्रमा और फिर पति का चेहरा देखने की परंपरा होती है। इसके बाद पति के हाथों जल ग्रहण करके व्रत का पारण किया जाता है। वहीं करवा चौथ के मौके पतियों ने अपनी धर्म पत्नियों को उपहार देकर जन्मों जनम तक साथ निभाने एवं उनकी रक्षा का संकल्प लिया।