ऊंचाहार (रायबरेली)। भूमि विक्रय करने वाले एक व्यक्ति ने भूमि की कीमत न मिलने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। जांच में जब असलियत सामने आई तो उसकी पोल खुल गई। उसने सारा भुगतान अपने खाते में लिया था। जिसका साक्ष्य भी मौजूद है। मामला क्षेत्र के गांव बरगदही मजरे ऊंचाहार देहात का है। गांव के लालचंद ने अपनी भूमि का बैनामा छह जून को क्षेत्र के मोखरा गांव निवासी बिट्टन देवी को किया था। उसके बाद विक्रेता ने शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि उसे भूमि की विक्रय राशि नहीं मिली है। शिकायती पत्र में ऊंचाहार कस्बा निवासी मो. आलम को बिचौलिए के रूप में आरोपित किया गया था। पूरे प्रकरण की जब जांच हुई तो पता चला कि विक्रेता किसान ने रजिस्ट्री ऑफिस में कुछ राशि बैनामा के समय नगद ली थी, जिसका सीसीटीवी फुटेज में रिकार्ड है। तीन लाख की राशि का उसे चेक दिया गया था। जिसे विक्रेता ने वापस कर दिया। यह रकम उसने अपने खाते में चाही थी। जिसके बाद जमीन खरीदने वाली बिट्टन देवी के पुत्र ने अपने खाते से उसके खाते में जमा की है। इसके बैंक अभिलेख भी मौजूद है। पूरे प्रकरण में पता चला कि विके्रता किसान ने साजिश रचकर झूठा आरोप लगाया था। अब दूसरे पक्ष ने कोतवाली में तहरीर देकर झूठा आरोप लगाकर बदनाम करने की प्राथमिकी दर्ज कराने की गुहार लगाई है। कोतवाल अनिल सिंह ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।