ऊंचाहार (रायबरेली)। बरसात के कारण ध्वस्त हुई विद्युत लाइनों के कारण विद्युत वितरण व्यवस्था चरमरा गई है। जिसके कारण उत्तरी ग्रिड ने बिजली की मांग घटा दी है। इसलिए एनटीपीसी ऊंचाहार परियोजना में 710 मेगावाट का उत्पादन घटाते हुए दो इकाइयों को बंद कर दिया गया है। बरसात के कारण उत्तर भारत में विद्युत वितरण व्यवस्था गड़बड़ा गई है। जिसके कारण उत्तरी ग्रिड ने बिजली की मांग घटा दी है। एनटीपीसी को नार्दन रीजन लोड डिस्पैच सेंटर (एनआरएलडीवी) ने बिजली उत्पादन घटाने का निर्देश दिया था। जिसके बाद गुरुवार की रात एनटीपीसी प्रबंधन ने 210 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट नंबर एक और 500 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट नंबर दो को बंद कर दिया है। इसके अतिरिक्त चल रही चार यूनिटों के भार को घटाया गया है। ज्ञात हो कि एनटीपीसी ऊंचाहार में 210 मेगावाट प्रत्येक यूनिट क्षमता की कुल पांच इकाइयां स्थापित है। जबकि 500 मेगावाट क्षमता की छह नंबर यूनिट है। एनटीपीसी ऊंचाहार की कुल उत्पादन क्षमता 1550 मेगावाट है। जिसमें इस समय केवल सात सौ मेगावाट का बिजली उत्पादन हो रहा है। एनटीपीसी की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि बरसात के कारण ग्रिड ने मांग कम कर दी है इसलिए दो यूनिटों को बंद करना पड़ा है।