ऊंचाहार (रायबरेली)। लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की एकतरफा जीत के बाद कांग्रेस ने जैसे ही सपा से अलग अकेले कदम रखा उसकी सभा से भीड़ गायब हो गई । शुक्रवार को कांग्रेस ने अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद केएल शर्मा के मुख्य आतिथ्य में आभार समारोह में मुट्ठी भर ही लोग जुट पाए थे । एक तरह से कांग्रेस का अकेले ताकत दिखाना एक फ्लाप शो साबित हुआ है ।
हाल ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को पूरे क्षेत्र में एकतरफा शानदार जीत मिली है । चुनाव के दौरान कांग्रेस की सभाओं में जबर्दस्त भीड़ उमड़ती थी । कांग्रेस सपा कार्यकर्ताओं का हुजूम चारो तरफ नजर आता था ।चुनाव भर सपा कांग्रेस एक साथ कदमताल करते रहे तो हर तरफ भीड़ ही भीड़ थी , किंतु कांग्रेस ने जैसे ही सपा से अलग अकेले कदम रखा तो उसके पैर के नीचे से जमीन ही खिसक गई।
चुनाव के बाद शुक्रवार को कांग्रेस ने पहली बार सपा से अलग एक कार्यक्रम आयोजित किया ।जिसमें अमेठी के सांसद केएल शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करना था । आयोजन एक गेस्ट हाउस में किया गया । जिसकी कुल क्षमता करीब सात सौ लोगों की है । किंतु समारोह के दौरान मात्र कुछ सौ लोग ही जुटे और आधा से अधिक गेस्ट हाउस खाली पड़ा रहा । कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की जनता में अस्वीकार्यता हमेशा से रही है । संगठन में ऐसे लोग पदों पर आसीन है , जिन्हे क्षेत्र में कोई नहीं जानता और न ही वो क्षेत्र में किसी को जानते हैं । यही कारण रहा कि जब भी कभी कांग्रेस ने अकेले कोई आयोजन किया तो वह फ्लाप शो ही साबित हुआ है ।
भाजपा की योजनाएं जमीन पर धड़ाम
अमेठी सांसद केएल शर्मा ने आभार समारोह में कहा कि रायबरेली की ऐतिहासिक जीत जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल है । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की योजनाएं गांवों में बेकार पड़ी है । शौचालय बेकार है , उज्ज्वला योजना के सिलेंडर को गरीब भरा नहीं पा रहा है । खेत मेवेशी नष्ट कर रहे है । सांसद ने कहा कि अमेठी और रायबरेली में सांसद निधि के सारे काम कार्यकर्ता तय करेंगे । कार्यकर्ता जिस काम को बताएंगे वो काम किया जाएगा । इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व विधायक कुंवर अजय पाल सिंह , अतुल सिंह , जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राना , पीसीसी सदस्य मेंहदी हसन , शिव कुमार पांडेय , शिव करन तिवारी , अरुण सिंह , मो आजम खान , इरफान मेंहदी , शाजू नकवी आदि मौजूद थे ।
विधान सभा उपचुनाव में भरा दंभ
कांग्रेस की सभा में अधिकांश वक्ताओं ने ऊंचाहार विधान सभा के संभावित उपचुनाव का दंभ भरा और कांग्रेस उम्मीदवार के मैदान में होने की बात कही। हालांकि एक दिन पहले ऊंचाहार में संपन्न हुई सपा की बैठक में सपा उम्मीदवार के चुनाव लड़ने की पुरजोर मांग की थी । इस बीच सबसे खास बात यह है कि क्षेत्रीय विधायक मनोज पांडेय द्वारा सपा छोड़कर भाजपा में शामिल के बाद अभी तक विधायकी नहीं छोड़ी है , किंतु काग्रेस और सपा में विधायक का चुनाव लड़ने की खींचतान शुरू है।
गाली गलौज तक पहुंचा मामला
कांग्रेस की सभा में शुक्रवार को उस समय बड़ी अफरा तफरी मच गई जब कुछ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए । सभा समाप्त होने के बाद जैसे ही केएल शर्मा रवाना हुए वैसे ही नगर के कुछ कांग्रेस नेता इस बात को लेकर विधान सभा प्रभारी से भिड़ गए कि उन्हे संबोधन और माल्यार्पण के लिए नहीं बुलाया गया । इसके बाद दोनो ओर से खूब गाली की बौछार हुई और एक दूसरे को देख लेने की धमकी तक दी गई।