रायबरेली। गौतम बुद्ध विचारमंच की ओर से सिविल कोर्ट में सामाजिक न्याय के पितामह, उसके संरक्षक रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व वित्तमंत्री, पूर्व रक्षामंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश स्व. विश्वनाथ प्रताप सिंह उर्फ वीपी सिंह जिन्हें स्नेह से लोग राजा मांडा भी कहते हैं कि ९३वी जन्मजयंती उनके चित्र को माल्यार्पण करके मनाई गई।
इस अवसर पर गौतम बुद्ध विचार मंच के संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील सिंह दयालपुर ने कहा कि विश्वनाथ प्रताप सिंह ने आजाद भारत में सामाजिक न्याय को जन्म देने का काम किया। मंच के संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र सिंह ने कहा कि वीपी सिंह ने राजनैतिकता को दिशा देने का कार्य किया और उन्होंने डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर को भारत रत्न देने का काम किया। सेंट्रल बार के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भदौरिया ने कहा कि विश्वनाथ प्रताप सिंह ने देश की आजादी के बाद जो उपेक्षित वर्ग था उसको उसके हिस्से की हिस्सेदारी दिलाने का काम किया है। वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण सिंह ने कहा कि विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा को देश की संसद हाल में स्थापित कराने का काम किया। मंच के संस्थापक गोविंद चौहान एडवोकेट ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. विश्वनाथ प्रताप सिंह ने आजाद भारत में वह कर दिखाया जिसे कभी कोई राजनेता करने का विचार मात्र तक नहीं किया था। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल खन्ना, सेंट्रल बार के पूर्व कोषाध्यक्ष प्रमोद चौधरी, राज बहादुर सिंह, कमलेंद्र भदौरिया, राहुल सिंह, धनंजय सिंह, अशोक यादव, मोहित यादव, शिवा सिंह, आदित्य सिंह, मो. मंजूर, रितेश विश्वकर्मा, गोवर्धन बहादुर सिंह आदि दर्जनो लोग उपस्थित रहे।