- फर्राटा पंखे में उतरे करंट की चपेट आने से पति-पत्नी की दर्दनाक मौत, गांव में मातम
- घटना के समय घर में अकेले थे दंपति, तीन बेटियां ससुराल में थी तो तीन बेटे दिल्ली में करते हैं मजदूरी
नसीराबाद (रायबरेली)। शादी में साथ जीने-मरने की कसम खाने वाले तो कदम-कदम पर नजर आते हैं, लेकिन इन कसमों को निभाने वाले विरले ही होते हैं। शादी के मंडप पर जन्म-जन्म का साथ निभाने की शपथ को निभाने वाली ऐसी ही एक जोड़ी दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। इस जोड़ी ने साथ जीने-मरने की कहानी को सच साबित कर दिया। रविवार की देर रात फर्राटा पंखे में उतरे करंट की चपेट में आने से पहले पत्नी और फिर पति की दर्दनाक मौत हो गई। भीषण गर्मी के चलते फर्राटा पंखे की सीधी हवा पाने को लेकर पत्नी उसे अपनी तरफ घुमा रही थी। इसी दौरान उसमें उतरे करंट के झटके से वो पंखे समेत जमीन पर गिर गई। पंखे समेत जमीन पर गिरी पत्नी की आवाज सुनकर पास में सो रहा पति भी उठा और छटपटा रही पत्नी को बचाने के प्रयास में खुद भी करंट के चपेट में आ गया। जिसके चलते दोनों की दर्दनाक मौत हो गई।
नसीराबाद थाना क्षेत्र के रायपुरटोड़ी गांव निवासी धनराजा पत्नी रामकेश (50) भीषण गर्मी के चलते फर्राटा पंखे को अपने तरफ घुमा रही थी। इसी दौरान महिला करंट के चपेट में आ गई और पंखा सहित जमीन पर जा गिरी। आवाज सुनकर पास में सो रहा पति रामकेश मौर्य पुत्र शिवमंगल (55) पंखे को उठाना चाहा तो वह भी करंट के चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया। घर में कोई और सदस्य ना होने के कारण इस हादसे की जानकारी किसी को नहीं हुई और दोनों बुजुर्ग दंपति की मौत हो गई। सामवार को सुबह जब देर घर का दरवाजा नहीं खुला तो ग्रामीण दंपति के घर पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई। घटना सूचना मिलते ही थानेदार राजेश कुमार मौर्या पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे और दोनों शवों को कब्जे में लेते हुए पीएम के लिए भिजवाया। बुजुर्ग दंपति अपने पीछे तीन बेटे बनवारी (35) रामकरन (32) विपिन (30)और चार बेटियां संगीता, नीशा, शीला व सोभना को छोड़ गए हैं। चारों और तीनों बेटों की शादियां हो चुकी है। तीनों बेटे रोजी-रोजगार के सिलसिले में अपने परिवार के साथ दिल्ली शहर में रहते है। बुजुर्ग दंपति की एक साथ हुई मौत से पूरे गांव में शोक का माहौल है। इस घटना को सुनकर हर कोई हतप्रभ है। इस बावत प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि करंट की चपेट में आने से बुजुर्ग दंपति की मौत हो गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा कर शव को पीएम के लिए भेजा गया है।
कोई होता पास तो बच सकती थी जान
घटना बीते रविवार की रात की है। जहां बुजुर्ग दंपति की चारों बेटियां संगीता, नीशा, शीला और शोभना अपनी- अपनी ससुराल में थी। वहीं तीनों बेटे बनवारी, रामकरन और विपिन भी मजदूरी के सिलसिले से परिवार समेत दिल्ली शहर में रहते हैं। बुजुर्ग पेशे से किसान था। घर में सिर्फ पति पत्नी ही रहते थे। घटना के समय करंट की चपेट में आकर दंपति गंभीर रूप से झुलस गए थे। लोगों का कहना है कि घटना के समय यदि परिवार का कोई सदस्य पास में होता तो जान बचाई जा सकती थी।