केंद्र और प्रदेश सरकार मना रही ‘भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’
रायबरेली। आजाद भारत से पहले हुआ विभाजन बहुत ही दुखदाई रहा। इस पीड़ा को झेलने वाले लोगों के दर्द को बांटने के लिए सरकार आज ‘भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मना रही है। भारत विभाजन के समय अपनों को खोने वाले लोगों को याद करते हुए उनके सम्मान में जिला प्रशासन, माध्यमिक और बेसिक शिक्षा की तरफ से कैंडल मार्च निकाला गया। राजकीय इंटर कॉलेज से निकाले गए कैंडल मार्च के दौरान सीडीओ प्रभाष कुमार, डीआईओएस ओंकार राणा, बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह, जीआईसी प्रधानाचार्य रत्नेश श्रीवास्तव, बीईओ मुख्यालय वीरेंद्र्र कनौजिया सहित माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के साथ ही जीआईसी, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, वैदिक इंटर कॉलेज और आचार्य द्विवेदी इंटर कॉलेज के बच्चों ने प्रतिभाग किया। कैंडल मार्च जीआईसी से शुरू हुआ और अस्पताल चौराहा, एसजेएस स्कूल होते हुए डिग्री कॉलेज चौराहा पहुंचा। जीआईसी के प्रधानाचार्य रत्नेश श्रीवास्तव और बीईओ मुख्यालय वीरेंद्र कनौजिया ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हम अतीत में देखते हैं तो पाते हैं कि नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों-भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा था कि विभाजन के कारण हुई हिंसा और नासमझी में की गई नफरत से लाखों लोग विस्थापित हो गए और कई ने जान गंवा दी। उन लोगों के बलिदान और संघर्ष की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर याद किए जाने का निर्णय लिया गया। इस मौके पर जिला सूचना अधिकारी सोहेल वाहिद अंसारी, मो. राशिद रियाज अंसारी, डीसी नागेंद्र सिंह, डॉ. महेंद्र सिंह, जिला स्काउट मास्टर शिव शरण सिंह, एसआरजी सुनील यादव, शैलेंद्र सिंह, यादवेंद्र, दिव्य प्रकाश श्रीवास्तव, रूपेश शुक्ला, मो. शोएब सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।