लालगंज (रायबरेली)। जेसीबी से अमृत सरोवर तालाब खोदे जाने का एक नया मामला प्रकाश में आया है।खरगपुर सौताना ग्राम प्रधान वीरेन्द्र यादव ने शनिवार की रात लोढाई वीर तालाब की खुदाई जेसीबी से करवायी है। हालांकि जनता के द्वारा अधिकारियों को सूचना देने पर घंटे भर के अन्दर ही प्रधान ने जेसीबी को मौके से हटा दिया। रविवार को डीसी मनरेगा, बीडीओ प्रदीप कुमार यादव, एपीओ अजय कुमार ने ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अशोक यादव के साथ तालाब का निरीक्षण किया।मामले की जानकारी के बाबत खंड विकास अधिकारी प्रदीप यादव का फोन नहीं उठा लेकिन ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अशोक यादव ने बताया कि तालाब के बीच में चार पांच बड़े ह्यूम पाइप मिट्टी में दबे थे जिनको निकालने के लिये जेसीबी का इस्तेमाल प्रधान ने किया है। गौरतलब है कि खरगपुर सौताना ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम रामपुर मे लोढाई वीर तालाब का सौन्दर्यीकरण अमृत सरोवर योजना के तहत होना है।तालाब के निर्माण के लिये 29 लाख रुपया स्वीकृत हुआ है। तालाब का सारा कार्य लेबरों के द्वारा होना है। मशीनी उपकरणों का प्रयोग करने के लिये सरकार के द्वारा मनाही है। तालाब 6300 वर्ग मीटर मे बन रहा है। शनिवार रात के अंधेरे मे जैसे ही तालाब मे लोगों को जेसीबी दिखायी पडी लोगों ने फौरन अधिकारियों को सूचना दे दी, जिसके चलते एक आध घंटे के अन्दर ही ग्राम प्रधान ने जेसीबी को तालाब से हटा लिया, लेकिन मामला डीएम और सीडीओ तक पहुंच गया था जिसके कारण रविवार सुबह अधिकारियों की भारी भरकम फौज ने रामपुर गांव स्थित अमृत सरोवर तालाब पहुंचकर उसका मौका मुआयना किया। वहीं पूर्व प्रधान का कहना है कि जेसीबी तालाब खुदायी के लिये ग्राम प्रधान वीरेन्द्र यादव लाये थे। एक घंटे काम चला और सिकायत होते ही मौके से जेसीबी हटा दी। पूर्व प्रधान उमेश सिंह ने मामले में प्रधान, सेकेट्री और बीडीओ की मिली भगत बतायी है। वास्तव में तीनों लोग यादव बिरादरी के है। पंचायत मित्र भी यादव है, जिसके कारण अन्य लोगों की सुनवायी नहीं होती है। पूर्व प्रधान ने सेकेट्री को हटाये जाने की मांग की है।