जितेंद्र यादव
ऊँचाहार (रायबरेली)। चार दिन पहले घर से संदिग्ध अवस्था में गायब हुए युवक का शव अगले दिन कानपुर में मिलने के मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा आखिरकार फूट गया। शनिवार की सुबह परिजनों ने सैकड़ो ग्रामीणों के साथ जमुनापुर चौराहा पर शव रखकर ऊंचाहार-कानपुर हाईवे जाम कर दिया। सूचना पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। बाद में पहुंची पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर नारे बाजी की। बताते चलें कि थाना क्षेत्र के गांव गंधपी मजरे रामसांडा राधेश्याम का बेटा संतोष कुमार (22) बुधवार की रात अपने घर के सामने सो रहा था। तभी अचानक गायब हो गया। सुबह परिजनों ने खोजबीन की। लेकिन कोई पता नहीं चल सका। इससे परिजनों ने किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना देकर बेटे के सलामती की फरियाद लगाई। इस बीच उसका शव कानपुर महानगर के चकेरी थाना क्षेत्र में मिला है। शुक्रवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद कानपुर से शव लेकर घर पहुंचे। शनिवार की सुबह पुलिस पर मुकदमा न दर्ज करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जमुनापुर चौराहा पर शव रखकर ऊंचाहार-कानपुर रोड जाम कर दिया। वहीं परिजनों का आरोप है कि युवक का अपहरण करके उसकी हत्या की गई है। इसके बावजूद पुलिस ने न तो मामले की प्राथमिकी दर्ज की और न ही मामले की छानबीन की है। यही ग्रामीणों के आक्रोश का कारण बन गया। राजमार्ग अवरुद्ध होने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण एक भी सुनने को तैयार नहीं थे। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। बाद में कई थानों की पुलिस के साथ एसडीएम आशीष मिश्रा व सीओ राम किशोर सिंह मौके पर पहुंचे और घटना की रिपोर्ट दर्ज करने का आश्वासन दिया। तब ग्रामीण शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए और प्रशासन ने राहत की सांस ली।