रायबरेली। न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर में गुरू पूर्णिमा (व्यास पूर्णिमा) का पर्व मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य ताकेश्वर सिंह ने महर्षि वेद व्यास का पूजन-अर्चन सम्पन्न किया। तद्पश्चात हेड-मिस्ट्रेस श्रीमती संध्या अग्रवाल सहित स्कूल के अन्य शिक्षिक-शिक्षिकाओं ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। नमन शर्मा, आदित्य विक्रम सिंह और प्रियल सिंह ने महर्षि व्यास एवं उनके शिष्यों की जीवन्त भूमिका निभाई। स्कूल के बच्चों ने गुरू पर्व के मौके पर अपने गुरूजनों को बुकें और गुलाब भेंटकर उनके प्रति श्रद्धा एवं सम्मान का भाव प्रकट किया। श्रेया तिवारी, अनुष्का, दिव्यांशी वर्मा और उनके साथियों द्वारा प्रस्तुत गीत ‘गुरूदेव के चरणों की यदि धूल भी मिल जाए…..।’ सुनकर गुरूजन भाव-विभोर हो गये। संपूर्ण कार्यक्रम को आकर्षक रूप देने में शिक्षक सार्थक शुक्ला, भावना श्रीवास्तव, सुप्रिया अवस्थी, सृष्टि पांड्या, गुलाम मोईन आदि का योगदान सराहनीय रहा। गुरू पूर्णिमा के अवसर पर प्रधानाचार्य ने स्कूल के बच्चों के प्रति अपने संबोधन में गुरू और शिक्षक में अन्तर स्पष्ट करते हुए कहा कि गुरू लौकिक और पारलौकिक दोनों का ही पथ प्रशस्त करता है, जबकि शिक्षक मात्र अक्षर ज्ञान दे सकता है। जीवन में जिससे भी सकारात्मक ज्ञान प्राप्त हो, वह गुरू तुल्य है। अत: गुरू पूर्णिमा पर अपने से बड़ों एवं गुरूजनों के प्रति श्रद्धा, आदर और सम्मान का संकल्प लें, तभी इसके मनाये जाने का उद्देश्य सफल होगा। आप सभी को गुरू पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं में से नितिन सिंह, अजय मिश्रा, पूनम सिंह, मायाकान्त दीक्षित, प्रमांशु श्रीवास्तव, अमित सिंह, रमाशंकर पाठक, बाबूनाथ त्रिवेदी, अमिता द्विवेदी, दीपक गुप्ता सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।