रायबरेली। न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्कूल त्रिपुलाए में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती श्रद्धाभाव के साथ मनाई गई। विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक डा. शशिकांत शर्मा व सहप्रबंधिका डॉ. रश्मि शर्मा ने भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पूजन-अर्चन किया और विद्यालय के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए विद्यालय के सभी शिक्षकों से समाज के नवनिर्माण में सहयोग करने की अपेक्षा की। इसी क्रम में विद्यालय के शिक्षक धर्मेंद्र शुक्ला ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दुनिया के पहले इंजीनियर कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अल्कापुरी, जगन्नाथपुरी, भगवान शिव के त्रिशूल और नारायण भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र के निर्माणक कहे जाते हैं। इनकी कृपा से ही संपूर्ण शिल्पकार अपनी वास्तु कला को निखारने में सफल होते हैं। इसी श्रंखला में विद्यालय की छात्रा कशिश रावत, प्रियांशी सिंह, आयुषी, जिकरा, आरती आदि ने गीत के माध्यम से भगवान विश्वकर्मा की रोचक वंदना की। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य शिवलखन प्रजापति एवं राजीव सिंह, उपप्रधानाचार्य मो. फैजान खान, रजनी श्रीवास्तव, संचिता त्रिवेदी, सीएस दास मिश्रा, कल्पना बाजपेयी, राकेश अवस्थी, भूपेन्द्र शुक्ला, स्वप्निल शुक्ला, वेद प्रकाश मिश्र, बाल जी पांडे रामदेव, शाहीन खान, अवधेश शर्मा, गिरीश श्रीवास्तव सहित समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं, विद्यार्थी तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।