खैरहनी गांव में चल रहा था गोरखधंधा, हिन्दू संगठनों ने पुलिस को दी सूचना
बछरावां (रायबरेली)। स्थानीय थाना क्षेत्र के खैरहनी गांव के आसपास लगातार यह खबरें आ रही थी, कि ईसाई धर्म के लोग आसपास के गांव में जटिल से जटिल बीमारियों को ठीक कर देने तथा धन आदि का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने में लगे हुए हैं। हिंदू संगठनों द्वारा लगातार इसकी खोज की जा रही थी। आज आरएसएस, बजरंग दल तथा विश्व हिंदू परिषद के लोगों को खबर मिली की खैरहनी गांव के अंदर एक व्यक्ति के घर में इस तरह का कार्यक्रम लखनऊ से आए कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा है। सूचना पाते ही तीनों संगठनों के लोग सक्रिय हो उठे और उन्होंने तत्काल पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा घर मालिक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रत्यक्षदर्शी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थानीय अध्यक्ष शिरीष चौधरी ने बताया कि मौके से चार पांच बाइबिल की पुस्तकें तथा अन्य ईसाई साहित्य एवं यीशु के चिन्ह आदि बरामद हुए। गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से एक लाल कपड़ा भी बरामद हुआ जिससे वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को भी ठीक करने का दावा कर रहे थे। बताया जाता है कि जिस घर में यह कार्यक्रम चल रहा था। काफी दिन पूर्व उसके यहां से अवैध शराब का जखीरा तथा खाली शीशियां व रैपर भी बरामद हुए थे, और उस घर का एक व्यक्ति जेल भी जा चुका है। ज्ञात हो कि लगभग दो वर्ष पूर्व से स्थानीय कस्बे के लालगंज मार्ग पर स्थित एक मकान में भी यह कार्यक्रम चलाया जा रहा था। इसकी भी सूचना जब पुलिस को मिली तो वह केंद्र बंद करा दिया गया था। दलित वर्ग के अलावा कुछ सामान्य वर्ग की भी महिलाएं ईसाई धर्म अपना चुकी है, इस धर्म के मानने वाले लोग यीशु के प्रतीक वाली माला धारण करते हैं तथा इनके घरों की महिलाएं सिंदूर आज नहीं लगाती। धर्म परिवर्तन अभियान चलाने वालों की गिरफ्तारी की सूचना पाते ही हिंदू संगठन आक्रोशित हो उठे। कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है।