कड़ी सुरक्षा के बीच परंपरागत तरीके से निकाला गया पलंग का जुलूस
डलमऊ (रायबरेली)। ‘दरिया हुसैन का है, समंदर हुसैन का है’। मर्शिया की धुन पर पलंग का जुलूस परंपरागत तरीके से पुलिस प्रशासन की देखरेख में अमन-चैन से निकाला गया। जुलूस को अमन-चैन के साथ संपन्न कराने के लिए सीओ एवं कोतवाली प्रभारी के साथ-साथ चौकी इंचार्ज भारी फोर्स के साथ मौजूद रहे। मोहर्रम की सात तारीख को डलमऊ कस्बे के शेखवाड़ा मोहल्ले से नसीर अंसारी के आवास पर भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए, जहां पर सलाम पढऩे के बाद पलंग जुलूस के रूप में निकला। भारी संख्या में लोग हसन हुसैन, इमाम हुसैन की शहादत की याद में मातम करने में जुट गए। जगह-जगह पर लंगर ख्वानी का इंतजाम भी किया गया। जुलूस जब अपने कदीमी रास्ते की ओर बढऩे लगा तो जानकार लोगों ने कर्बला का वाक्या सुनाया एवं मरसिया भी पढ़ी। जिस पर लोग घंटों देर तक सीनाजनी करते रहे। जुलूस थाना चौराहा, मियांटोला, चौहट्टा पहुंचा, उसके बाद नहर के रास्ते से वापस शेखवाड़ा जाकर संपन्न हुआ। जानकार लोगों का कहना है कि कर्बला की याद में पलंग का जुलूस निकलता है। जुलूस निकलते ही पूरी रास्ते महिलाओं के साथ साथ बच्चे भी पलंग के नीचे से निकलते हैं। अजादार मन्नतें मांग कर दुआ मांगते हंै, और जिन लोगों की मन्नतें पूरी होती है वह चादर के साथ-साथ शीरीनी भी चढ़ाकर मन्नतें उतारते हैं। मोहर्रम की सात तारीख को पलंग का जुलूस दिन में निकलता है। जुलुस के दौरान भीड़ भी बेपनाह होती है। सीओ अशोक कुमार सिंह एवं कोतवाली प्रभारी पंकज तिवारी मए फोर्स के साथ पूरे रास्ते जुलूस के दौरान परम्परागत तरीके से निकालते रहे। सुबह से चौकी इंचार्ज सुनील कुमार वर्मा फोर्स के साथ सक्रिय रहे। इस अवसर पर परवेज खान, इतिशाम हुसैन, नफीस खान, मो. ताज, अकरम खान, रोमी, गयास, याकूब अंसारी, खुर्शीद अहमद, आकिब जावेद, बिलाल शेख, फिरोज आलम, नदीम अख्तर, जशीम कुरैशी, अजमी खान, बबलू, तनवीर अंसारी, शहबाज हुसैन, जुल्फेकार हुसैन, आसिफ अली, ननकू, गुज्जन, वकाज हुसैन, तारिक, असद, मो. कैफ, मोइन अख्तर, इमरान हाशमी, दानिश, गुड्डू अंसारी, लाला टेलर आदि लोग उपस्थित रहे।