कांहा अस्पताल के डॉ. पीके गुप्ता ने महिला को दिया जीवनदान, बच्चा भी सुरक्षित
लालगंज (रायबरेली)। मशहूर स्त्री प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके गुप्ता ने अपनी शल्य चिकित्सा से एक गंभीर रोग से पीडि़त जच्चा-बच्चा को जीवन दान देने का कार्य किया है। यह पुनीत कार्य लालगंज कोतवाली के निकट स्थित कांहा अस्पताल में संभव हो सका है। गायनकोलॉजिस्ट डॉ. पीके गुप्ता ने जिस महिला की डिलीवरी कराई, उसके पेट के अंडाशय से लगभग तीन किलो वजन का ट्यूमर सर्जरी ऑपरेशन द्वारा सफलता पूर्वक बाहर किया। इसके साथ ही महिला ने जिस बच्चे को जन्म दिया वह भी ढाई से तीन किलो वजन के साथ-साथ पूरी तरह स्वस्थ है। मामले की जानकारी देते हुए डॉ. पीके गुप्ता ने बताया कि करीब छह माह पूर्व थरियांव की रहने वाली 26 वर्षीय गर्भवती पारुल सिंह उनके पास इलाज के लिए आई। उन्होंने जब उसका परीक्षण कराया तो अल्ट्रासाउंड के जरिए पेट में ट्यूमर की बात सामने आई। उन्होंने तब से उसका बराबर इलाज किया और मंगलवार को कान्हा अस्पताल में अपने साथी बेहोशी के डॉक्टर शैलेश त्रिपाठी, ओटी असिस्टेंट राजन यादव, बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीष और नर्स राखी यादव के साथ महिला पारुल सिंह की जरिए ऑपरेशन डिलीवरी कराई। डिलीवरी के दौरान अंडाशय से तीन किलो के लगभग वजन का ट्यूमर निकला जिसे जांच के लिए भेजा जा रहा है। डॉ. पीके गुप्ता ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ है। बच्चे का वजन भी सामान्य है। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों को अस्पताल में भर्ती कर कुशल डॉक्टरों की देखरेख में इलाज किया जा रहा है। अपनी सकुशल डिलीवरी के बाद महिला पारुल सिंह ने बताया कि डॉ. पीके गुप्ता मेरे लिए चिकित्सक ही नहीं भगवान स्वरूप है। उन्होंने मुझे जीवनदान दिया है। महिला ने बताया कि जब वह छह माह पूर्व पेट दर्द से तड़प रही थी और इलाज के लिए इधर-उधर भटक रही थी। इसके पूर्व वह अपने इलाज के लिए कानपुर हैलट, मिशन हॉस्पिटल फतेहपुर सहित कानपुर की मशहूर लेडी डॉक्टरों के पास इलाज के लिए गई थी लेकिन सभी ने जवाब दे दिया था। तभी मैंने डॉ. पीके गुप्ता का नाम सुनकर उनसे संपर्क किया। उन्होंने मेरी सभी तरह की जांच करा कर इलाज किया और मंगलवार को मैंने सकुशल बच्चे को जन्म दिया। महिला पारुल सिंह और उसके पति जितेंद्र सिंह ने कान्हा अस्पताल और डॉक्टर पीके गुप्ता व उनकी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया हैं।