रायबरेली। जिले के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीष मिश्रा ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। हार्ट से संबंधित रोगों का पता लगाने के लिए उन्होंने इकोकार्डियोग्राफी का सूक्ष्मता से अध्ययन किया। इकोकार्डियोग्राफी कैसे की जाती है, इसकी क्षमता, अनुप्रयोग और सीमाओं विस्तृत अध्ययन के लिए उन्हें सिमुलेशन सोसाइटी एंड इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कार्डियोवैस्कुलर अल्ट्रासाउंड नई दिल्ली के द्वारा ‘फैलोशिप इन इकोकार्डियोग्राफी’ का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। इसके साथ ही डॉक्टर मनीष मिश्रा हृदय रोग की अत्यंत महत्वपूर्ण जांच करने के लिए अधिकृत हो गए हैं। आपको बता दें कि इकोकार्डियोग्राफी विविध व्यक्तिगत तकनीकों के साथ एक बहुआयामी इमेजिंग तकनीक है। इकोकार्डियोग्राफी के क्षेत्र में व्यापक ज्ञान और कौशल विभिन्न हृदय स्थितियों के नैदानिक निर्णय लेने और निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्डियोलॉजी इकाईयों और आईसीयू में आवश्यक देखभाल प्रदान करने में इकोकार्डियोग्राफी सहायक होती है। इकोकार्डियोग्राफी के द्वारा विभिन्न हृदय स्थितियों का पता लगाया जाता है। डॉ. मनीष मिश्रा ने इस उपलब्धि के लिए सिमुलेशन सोसाइटी की सेक्रेटरी और एकैडमिक चेयरमैन डॉक्टर पूनम मल्होत्रा कपूर, संस्था के इंटरनेशनल अध्यक्ष और इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कार्डियोवैस्कुलर अल्ट्रासाउंड के अध्यक्ष डॉक्टर नवीन सी. नंदा, सिमुलेशन सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. यतिन मेहता का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ट्रांस ईसोफैगल ईको कार्डियोगाफी (टीईई) की जांच देवती बीके मेमोरियल मेडिकल एवं कार्डियक सेंटर, कैनाल रोड, रायबरेली में की जायेगी। अभी तक इसके लिए रोगियों को लखनऊ जाना पड़ता था। अब यहीं इसका लाभ हृदय रोगियों को मिलेगा। गौरतलब है कि सिमुलेशन सोसाइटी की सेक्रेटरी और एकैडमिक चेयरमैन डा. पूनम मलहोत्रा कपूर इस समय एम्स नई दिल्ली में कार्डियक एनेस्थेसिया की विभागाध्यक्ष हैं।