रायबरेली। रिफॉर्म क्लब परिसर में चल रहे एक्यूप्रेशर चिकित्सा शिविर पर गोष्ठी के आयोजन में जानकारी देते हुए समाजसेवी महेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति जन-जन के लिए उपयोगी है। उन्होंने कहा कि एक्यूप्रेशर एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है, जिसका हम सभी उपयोग कर सकते हैं। इसके साथ सभी प्रकार की दवाईयों का भी प्रयोग कर सकते हैं। एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति में कोई नुकसान नहीं होता है। उन्होंने फतेहपुर से इलाज कराने आई सबीना से जानकारी हासिल की, सबीना ने एक्यूप्रेशर को एक उत्तम विधा बताया। सत्य नगर से 70 वर्षीय वृद्ध महिला जिन्हें चलने में तकलीफ थी उनका भी हालचाल जाना। वृद्धा ने बताया कि हमें काफी लाभ है। इस तरह के दर्जनों लोगों से जानकारी प्राप्त करते हुए इस पद्धति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। शिविर संचालक डॉ. भगवानदीन यादव ने बताया कि एक्यूप्रेशर उपचार की उत्तम विधा है, जो पांच हजार पुरानी पद्धति है, लुप्त होने के कारण शिविर के माध्यम से जागरुक किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके द्वारा गठिया, सर्वाइकल, मोटापा, कमर दर्द, जोड़ों का दर्द, बवासीर, लिकोरिया, ब्लड प्रेशर, बालों का झडऩा, किडनी, लीवर आदि का इलाज किया जाता है। एक्यूप्रेशर चिकित्सक अनुज कुमार यादव ने बताया कि एक्यूप्रेशर को अपना करके परिवार को स्वस्थ बना सकते हैं और सीख करके समाज सेवा के रुप में उपयोग कर सकते हैं। यह एक अनमोल चिकित्सा पद्धति है। इस अवसर पर जितेन्द्र कुमार, दीपू, गिरिजा शंकर, अनूप कुमार, संतोष कुमार, खुशबू आदि लोग उपस्थित रहे। चिकित्सा शिविर 10 से सायं पांच बजे तक प्रतिदिन चल रहा है।