रायबरेली। औघड़ान राम कुष्ठ सेवा आश्रम मुंशीगंज, में महान औघड़ सन्त अवधूत भगवान राम का प्राकट्य (अवतरण दिवस) बड़े ही श्रद्धा, हवन-पूजन, माल्र्यापण के साथ मनाया गया। तदुपरान्त सफलयोनि का पाठ एवं अघोरान्ना परो मंत्र, नास्ति तत्वं गुरौ परम् का संकीर्तन हुआ। ज्ञातव्य हो कि अवधूत भगवान राम किनारामी परम्परा के जन्म: अघोर सिद्ध महापुरूष थे, इन्हें बारहवीं पीढ़ी में बाबा कीनाराम का अवतार कहा जाता है, इनका आज के दिन जयन्ती पर्व (जन्मोत्सव) मनाया जाता है। मानव सेवा के लिए विश्वविख्यात संस्था श्री सर्वेश्वरी समूह के संस्थापक हैं, जिसका कार्यालय पड़ाव वाराणसी है। श्री सर्वेश्वरी समूह को मानव सेवा के लिए गिनीज बुक आफ दी वल्र्ड रिकार्ड एवं लिम्का बुक ऑफ दी वल्र्ड सहित देश-विदेश में अनेकों सम्मानों से नवाजा गया है। आपने आजीवन दलितों एवं कुष्ठियों की सेवा की है। आप सेवा को ही ईश्वर का स्वरूप एवं प्रेरणा मानते हैं, जिससे जन्म सफल किया जा सकता है। आपका जन्म 1937 में बिहार राज्य के जनपद आरा के गुंडी ग्राम में हुआ था। आप अघोर परंपरा के परम सिद्ध महापुरूष थे। आपका जीवन जन कल्याण का पर्याय था।