जांच टीम को कोई लेखा-जोखा नहीं दे पाए ग्राम पंचायत अधिकारी
ऊंचाहार (रायबरेली)। अरखा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान पर ग्राम सभा में बिना कार्य कराए ही सरकारी खाते से 75 लाख रुपए डकारने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की थी। जिसके बाद डीएम ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए। टीम ने गांव पहुंचकर शिकायत कर्ताओं के समक्ष ग्राम पंचायत अधिकारी के बयान दर्ज किए हैं। गांव के राकेश कुमार, सुनील कुमार, लल्लन आदि ने करीब एक सप्ताह पूर्व जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि ग्राम सभा में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा बिना कार्य कराए ही 75 लाख रुपए सरकारी खाते से निकाल लिए हैं। जिसके बाद डीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तीन सदस्यीय टीम गठित कर भौतिक निरीक्षण कर संबंधित अभिलेखों के जांच के निर्देश दिए। जिसके अनुपालन में बुधवार को नलकूप खंड रायबरेली के अधिशाषी अभियंता अब्दुल कलाम आजाद, विकास खंड के एडीओ सहकारिता रमेश कुमार तथा एडीओ पंचायत सत्यनाम सिंह गांव पहुंचे। जिसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारी मोहम्मद अहमद को पंचायत भवन में बुलाकर बयान दर्ज किए। इस दौरान अहमद के पास से कराए गए कार्यों का कोई भी लेखा-जोखा व साक्ष्य नहीं पाया गया। जिसके बाद जांच अधिकारियों ने उन्हें तीन दिन के भीतर साक्ष्यों के साथ उपस्थित होने के निर्देश देकर चले गए। इस बाबत जांच अधिकारी नलकूप खंड के अधिशासी अभियंता अब्दुल कलाम आजाद ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत के बाद मामले की जांच की जा रही है। जांच के दौरान ग्राम पंचायत अधिकारी के पास कोई भी साक्ष्य व अभिलेख नहीं पाए गए हैं। जिसके बाद उन्हें तीन दिनों के अंदर संबंधित अभिलेखों के साथ प्रस्तुत होने के निर्देश दिए गए हैं। संतोषजनक न पाए जाने पर संबंधित संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।