ऊंचाहार (रायबरेली)। चार लोगों द्वारा पीछा करके पिकप चालक का अपहरण करने के मामले में पुलिस को घर बैठे अपहृत मिल गया है। पुलिस मुकदमा लिखने के बाद आराम से बैठी रही और तीन दिन बाद अपहृत खुद आ गया। उसने बताया कि वह खुद से हरियाणा गया हुआ था। मामला बीती 12 जून का है। प्रतापगढ़ जनपद के थाना संग्रामगढ़ के गांव नौधिया निवासी पिकप चालक धीरेंद्र कुमार ने फोन से पुलिस को सूचना दी थी कि चार लोग उसका पीछा कर रहे है, जो उसको मार देंगे। इस सूचना के बाद उसने ऊंचाहार सलोन रोड पर हनुमान गंज पुल के पास अपना वाहन खड़ा कर दिया और मोबाइल बंद करके गायब हो गया था। उसके बाद उसके पिता हीरालाल ने कोतवाली में चार अज्ञात लोगों के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। इस घटना के बाद पुलिस आराम से बैठी रही। इस बीच लापता ने अपने परिवार से संपर्क किया तो उसे पता चला कि उसके अपहरण का मुकदमा लिखा गया है। जिससे घबड़ाकर वह खुद पुलिस के पास पहुंच गया।
यह था पूरा मामला
बयाया जाता है कि धीरेंद्र ने अपने क्षेत्र में कई समूहों से ऋण ले रखा था। जिसकी किस्त वह अदा नहीं कर पा रहा था। समूह के लोग लगातार उसे परेशान कर रहे थे। जिनसे बचने के लिए उसने साजिश रची और खुद गायब हो गया। वह ऊंचाहार से हरियाणा चला गया था। उसे इस बात का इल्म नहीं था कि उसके परिजन अपहरण का मुकदमा लिखा देंगे। उसको जब मुकदमे की जानकारी हुई तो वह खुद पुलिस के पास आ गया। एनटीपीसी चौकी इंचार्ज प्रशांत द्विवेदी ने बताया कि वह खुद से गया था, वापस आ गया है।