- सपा को झटका देकर बीजेपी में शामिल हुए विधायक मनोज पांडेय, शाह ने दिलाई सदस्यता
- गृह मंत्री ने अमेठी से स्मृति और रायबरेली से दिनेश सिंह की जीत का किया बड़ा दावा
रायबरेली। ऊंचाहार से सपा विधायक मनोज पांडेय ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। रायबरेली में गृह मंत्री अमित शाह ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई। गृह मंत्री ने जगतपुर ब्लॉक के दौलतपुर में भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी और दिनेश प्रताप सिंह के समर्थन में आयोजित जनसभा को भी संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि यह लोग कहते हैं कि रायबरेली सीट उनकी पारिवारिक सीट है। कोई पारिवारिक सीट नहीं है। यह सीट रायबरेली और अमेठी के लोगों की है। वह जिसे चाहेंगे, उसको चुनेंगे, उसे संसद में भेजेंगे। इस बार अमेठी से स्मृति जुबिन ईरानी और रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह दोनों चुनाव जीतकर संसद पहुंचेंगे, यह मेरा दावा है। शाह ने कहा कि कांग्रेस वाले व कांग्रेस के नेता मणि शंकर अय्यर, फारूक अब्दुल्ला, पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का बताते हैं। मैं उनको बताना चाहता हूं कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का था भारत का रहेगा उसे भारत से कोई नहीं छीन पाएगा। जल्द ही उसे भारत में मिलाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 370 को समाप्त किया। कांग्रेस उसे वापस लाना चाहती है लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि 140 करोड़ की जनता का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी के 56 इंच के सीने के सामने किसी की हिम्मत नहीं है कि वह आंख उठाकर देखें। उन्होंने कहा कि मैं राहुल बाबा को बताना चाहता हूं कि पाक अधिकृत कश्मीर वापस लेंगे। भाई नरेंद्र मोदी जी लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उन पर कोई भी आरोप नहीं लगा। कांग्रेस ने देश को लूटने का काम किया है। राहुल बाबा कान खोलकर सुन लो भ्रष्टाचार करने वाले नेता जेल जाएंगे। मोदी सरकार उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शेगी। उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विकास हुआ। कल कारखाने लगे। उद्योग लगे। लोगों को रोजगार मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विकास कर रहे हैं तो नीचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी गुंडों का सफाया कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन के लोग कह रहे हैं कि हम सत्ता में आएंगे तो राम मंदिर की पुन: प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। यह लोग पुन: प्राण प्रतिष्ठा के नाम पर राम मंदिर में ताला लगवा देंगे। इंडिया गठबंधन कांग्रेस पार्टी का पारिवारिक गठबंधन है। इसमें शामिल लालू अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। ममता बनर्जी अपने भतीजे को मुख्यमंत्री बनना चाहती है। सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनना चाहती है। 70 सालों में अमेठी में कलेक्ट्रेट ऑफिस नहीं बना। स्मृति जी जब वहां से सांसद बनी। योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने वहां पर कलेक्टर ऑफिस बनवाया। मैंने खुद उसका भूमि पूजन किया था। एनटीपीसी में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई लेकिन सोनिया गांधी उनको देखने तक नहीं गई। स्मृति ईरानी और दिनेश प्रताप सिंह ने भी सभा को संबोधित किया।
गर्दन भले कट जाए लेकिन राम ही मेरे हैं : मनोज
भाजपा की सदस्या लेने के बाद डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि वह राजनीति में रहें न रहें लेकिन सनातन के साथ रहेंगे। गर्दन भले कट जाए लेकिन भगवान राम ही मेरे हैं। आपको बता दें कि इस साल फरवरी में हुए राज्यसभा चुनाव में मनोज पांडेय ने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट दिया था। तभी से इनके बीजेपी में जाने की अटकलें लग रही थीं। उस दौरान मनोज पांडेय ने कहा था कि उन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर क्रॉस वोटिंग की है। राज्यसभा चुनाव से पहले ही मनोज पांडेय ने सपा के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा गया था कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने मनोज को फोन किया था, इसके बाद राजनीतिक घटनाक्रम तेजी के साथ बदल गया। लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले दावा किया जा रहा था कि बीजेपी मनोज पांडेय को रायबरेली से प्रत्याशी बना सकती है। हालांकि बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह पर दोबारा भरोसा जताया है। दिनेश सिंह इस समय योगी सरकार में मंत्री हैं।