भारत विभाजन का इतिहास जानने के लिए प्रदर्शनी जरूर देखें लोग : उमेश
रायबरेली। स्वतंत्रता दिवस से पहले भारत विभाजन की विभीषिका की याद आज पूरा देश कर रहा है। अखंड भारत का विभाजन एक दु:खद त्रासदी की तरह है, इस विषय पर शासन की तरफ से ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने का निर्णय लिया गया। इसी कड़ी में सूचना विभाग व माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से राजकीय इंटर कॉलेज में प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का उद्घाटन एमएलसी शिक्षक उमेश चंद्र द्विवेदी ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर एमएलसी शिक्षक उमेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि भारत-श्रेष्ठ भारत का संकल्प एवं नए भारत के सपने को साकार करने हेतु सभी देशवासी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विभाजन के कारण पलायन करने को मजबूर हुए लाखों लोग ट्रेनों से वापस आते समय सांप्रदायिक दंगों की भेंट चढ़ गए यह मानव इतिहास की सबसे बड़ी विभिषिका थी। विश्व की किसी भी त्रासदी में इतनी बड़ी संख्या में न तो लोगों ने अपने प्रांण गंवाए, न ही अपने घरों से उजाड़े गए 14 अगस्त को ‘विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस’ रूप में मनाया जा रहा है और आज प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी प्रभाष कुमार ने कहा कि इस ओपन प्रदर्शनी को राजकीय इंटर कॉलेज के परिसर में स्थित वाचनालय हॉल में लगाया गया है कि हर आने जाने वाला व्यक्ति अपने देश के इतिहास से परिचित हो सके। प्रदर्शनी में भारत विभाजन विभीषिका के चित्रों के माध्यम से तत्कालीन पीड़ा से युवाओं को अवगत कराने का प्रयास किया गया है। डीआईओएस ओमकार राणा और बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह प्रदर्शनी दो दिनों तक राजकीय इंटर कॉलेज में लगी रहेगी। इस दौरान कोई भी आकर चित्रों के जरिए उस समय के विभाजन की पीड़ा को समझ सकता है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र और हमारे शिक्षक भी प्रदर्शनी का अवलोकन कर रहे हैं। जीआईसी प्रधानाचार्य रत्नेश श्रीवास्तव और खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय वीरेंद्र कनौजिया ने बताया कि अधिक से अधिक लोगों तक यह संदेश पहुंचे, इसके लिए 15 अगस्त को भी जीआईसी में प्रदर्शनी लगी रहेगी। इस मौके पर विभाजन भारत की तस्वीर को रंगोली के माध्यम से शिक्षिका विमला कुशवाहा, सरोजनी मौर्य और सुनीता वर्मा ने प्रदर्शित करने की कोशिश की। इस मौके पर एडीआईओ इंजेश सिंह, मो. राशिद, डॉ. महेंद्र सिंह, डॉ. दिव्य प्रकाश श्रीवास्तव, जिला स्काउट मास्टर शिव शरण सिंह, रेनू शुक्ला, डॉ. बृज किशोर, डॉ. आरएन सिंह, परितोष पाल, अशोक पाल, सरफराज, सुनील बाजपेई, राजाराम वर्मा, शांति अकेला, राजेश शुक्ला, अजय कुमार आदि लोग मौजूद रहे।