दिव्यांग महिला की मदद में मिनी द्विवेदी और ज्योति सिंह को मिला ईनाम
बीमार को अस्पताल पहुंचाने में प्रमोद यादव व गुरूदयाल हुए सम्मानित
आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह और एसपी ने किया पुलिस कर्मियों को सम्मानित
अधीनस्थों पर चढऩे लगा है पुलिस कप्तान की पुलिसिंग का गाढ़ा रंगरायबरेली। जिस सरकारी महकमे का मुखिया सामाजिक सरोकारों से जुडी सरकारी महत्वाकांक्षाओं को साकार करने के लिए समर्पण की पराकाष्ठा पार कर रहा हो उस विभाग का साधारण मुलाजिम भी अनोखी ऊर्जा, अप्रतिम उत्साह और असीमित उम्मीदों से लबरेज हो जाता है। फिलवख्त जनपद के पुलिस विभाग की यही कहानी है। खाकी वाले इस सरकारी कुनबे के मुखिया अलोक प्रियदर्शी की कार्यशैली का प्रभाव अधीनस्थों की दिनचर्या में अब परिलक्षित होने लगा है। हरचंदपुर थाने से आ रही खबरें, यदि बदनाम पुलिस को सराहना व प्रशंसा की कतार में खड़ा कर रही हैं, तो उसके पीछे कप्तान श्री प्रियदर्शी की प्रेरणा, उनका प्रदर्शन व उनका प्रोत्साहन ही है। उल्लेखनीय है कि बकरीद का त्यौहार और सावन का महीना सुरक्षा के लिहाज से पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। एसपी आलोक प्रियदर्शी शुरू से ही अधीनस्थों को ऐसी ही चुनौतियों से निपटने का आत्मबल प्रदान कर रहे हैं।
जिले में धीरे-धीरे पुलिस अधीक्षक की पुलिसिंग का रंग मातहतों पर चढऩे लगा है। अपने मुखिया के नक्शे कदम पर चल रही हरचंदपुर थाने की एंटी रोमियो टीम की महिला आरक्षी मिनी द्विवेदी और ज्योति सिंह तथा शहर कोतवाली के पवन मोबाइल-08 पर तैनात आरक्षी प्रमोद यादव और होमगार्ड गुरूदयाल भी अपनी जनहितैषी कार्यशैली से महकमे में इन दिनों चर्चा में हैं। आईजी रेंज ने न केवल इन चारों पुलिस कर्मियों को लखनऊ रेंज में पुलिसिंग के असाधारण चेहरों की संज्ञा दी बल्कि 10-10 हजार रुपए का पुरस्कार भी प्रदान किया। पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह द्वारा दिए गए इस सम्मान ने रायबरेली पुलिस का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। जहां वसूली और भ्रष्टाचार के तमाम आरोप ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस पर लगते हैं वहीं हरचंदपुर थाने की एंटी रोमियो टीम में नियुक्त दोनों महिला आरक्षियों ने आर्थिक रूप से कमजोर एक दिव्यांग महिला की मदद करके उस आरोपों को झूठा साबित कर दिया। हरचंदपुर क्षेत्र के कण्डौरा गांव में महिला आरक्षी मिनी द्विवेदी और ज्योति सिंह को एक दिव्यांग महिला की जानकारी मिली। महिला आर्थिक रूप से बहुत कमजोर थी। दोनों महिला सिपाहियों ने बिना किसी आदेश और निर्देश का इंतजार किए एक सिलाई मशीन खरीदी और उसे लेकर दिव्यांग महिला के घर पहुंच गईं। तोहफे के साथ दरवाजे पर खड़ी पुलिस को देखकर महिला अचंभित थी। सिलाई मशीन देकर महिला को स्वरोजगार की तरफ प्रेरित किया गया। उस दिव्यांग महिला के पास बदले में इन आरक्षियों का अभार प्रकट करने के लिए शब्द नहीं थे, लेकिन मदद के बोझ तले दबी महिला की आंखों से बहते आंसू इस उपकार के प्रति असीमित कृतज्ञता व्यक्त कर रहे थे। मामले का आईजी रेंज ने संज्ञान लिया और दोनों महिला सिपाहियों को पुलिसिंग का असाधारण चेहरा मान लिया। दूसरी घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइन की है। जहां भुएमऊ थाना भदोखर निवासी अभय सिंह पुत्र हनुमंत सिंह ओवरब्रिज के पास बेहोशी की हालत में पड़े थे, तमाशबीन बने राहगीर बेसुध पड़े इस शख्स को देखकर कर आगे बढ़ रहे थे। इसी बीच पवन मोबाइल-08 पर तैनात आरक्षी प्रमोद यादव, होमगार्ड गुरुदयाल के साथ पेट्रोलिंग करते हुए उधर गुजरे। प्रमोद की नजर बेहोश पड़े व्यक्ति पर पड़ी। उन्होंने फौरन होमगार्ड के साथ मिलकर उसे अस्पताल पहुंचाया और परिजनों को सूचना दी। युवक की तलाश में परेशान परिजन अस्पताल पहुंचे और रायबरेली पुलिस का आभार प्रकट किया। आईजी लक्ष्मी सिंह ने प्रमोद यादव और होमगार्ड गुरुदयाल को भी लखनऊ रेंज में पुलिसिंग का साधारण चेहरा माना और 10 हजार रुपए का प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने सोमवार को अपने कार्यालय बुलाकर इन चारों पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया। सम्मान के बाद चारों पुलिस कर्मियों ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के कार्य करने का तरीका ही उनकी प्रेरणा है।