रायबरेली। अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के तत्वाधान में अनिश्चितकालीन धरना स्थानीय स्वास्थ्य विभाग प्रांगण में आयोजित किया गया। आंदोलित मजदूर संघ ने पालिका प्रशासन पर पूर्व में किये गए आंदोलन के उपरांत स्वीकार की गई मांगों को न मानने का आरोप लगाया और कहा कि भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारी को बचाने में पूरा नगर पालिका प्रशासन जुटा हुआ है। संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश बाल्मीकि ने कहा कि कर्मचारियों के लंबित देयकों व आउटसोर्सिंग कर्मचारियों से सम्बंधित प्रकरण पर संघ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति कर प्रति माह लाखों रुपए का भ्रष्टाचार नगर पालिका द्वारा किया जा रहा है, जिसे संघ हर हाल में उजागर करके रहेगा। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के लंबित देयकों को निर्गत करने के लिए पालिका धन न होने की बात करता है किंतु आउट सोर्सिंग कर्मचारियों के नाम पर भ्रष्टाचार करने के लिए धन उपलब्ध रहता है। संघ की जिला महासचिव संजय मौर्य ने बड़े बाबू की वित्तीय अनियमितताओं की जांच कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा कि बड़े बाबू के आरोपों की जांच वे लोग कर रहे जिनके स्वयं भ्रष्टाचार में सम्मलित होने की संभावना है। ऐसे में कमेटी द्वारा की जा रही जांच की निष्पक्षता संदिग्ध है। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी पर धरने से पूर्व कर्मचारियों को धरने में न सम्मलित होने के लिए धमकाने का आरोप लगाया और कहा कि संघ का प्रत्येक सदस्य कर्मठ कार्यकर्ता है जो किसी भी व्यक्ति की गीदड़ भभकी से नही डरेगा। इस मौके पर प्रांतीय सलाहकार आशीष द्विवेदी, मंडल अध्यक्ष शिवशंकर लाल, अंजनी कुमार, सिकंदर, सोनू वाल्मीकि, आशीष पाल, घनश्याम, प्रहलाद, विनोद राज, जयप्रकाश वर्मा, सूरज, मुकेश बड़े, मनीष, अमन, मुकेश चन्द्र भारती, अरशद, मनोज सिंह, शनि, शुभम, रमाशंकर, संजय, विशंभर, बृजेश, श्याम नारायण, रामविलास, लाल बचानी, उमेश यादव, अमरेश धर्मेश आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।